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डबवाली और रानियां में ओलावृष्टि, फसलों को नुकसान

बृहस्पतिवार को मौसम में फिर से बदलाव शुरू हो गया

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Feb 2019 10:22 PM (IST)Updated: Thu, 07 Feb 2019 10:22 PM (IST)
डबवाली और रानियां में ओलावृष्टि, फसलों को नुकसान
डबवाली और रानियां में ओलावृष्टि, फसलों को नुकसान

जागरण संवाददाता, सिरसा/डबवाली/रानियां :

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बृहस्पतिवार को मौसम में फिर से बदलाव शुरू हो गया है। शाम के बाद डबवाली व रानियां क्षेत्र में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे पहले सुबह के समय जिले के कई क्षेत्रों में हलकी बारिश हुई है। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 20 डिग्री व न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा। एक दर्जन से अधिक गांवों में गिरे ओले

डबवाली क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। गांव गंगा, रिसालियाखेड़ा, गोदिकां, रामपुरा बिश्नोइयां, बिज्जुवाली, कालुआना, देसूजोधा, मांगेआना, हैबुआना, पाना, फुल्लो, सावंतखेड़ा में तेज हवा के साथ ओलावृष्टि हुई। साढ़े 3 से शाम साढ़े 4 बजे तक रुक-रुककर बरसात के साथ ओलावृष्टि हुई। गांव गंगा तथा रिसालियाखेड़ा में जमीन पर सफेद चादर बिछ गई। किसान सरसों की फसल को अधिक नुकसान बता रहे हैं, तो वहीं बरसात थमने के बाद कृषि विभाग की टीम नुकसान का आंकलन करने के लिए फील्ड में उतर गई। कृषि विभाग के अनुसार प्राथमिक ²ष्टि से कहीं नुकसान नजर नहीं आया है। ज्यादा सटीक आंकलन मौसम साफ होने के बाद धूप में पता चल पाएगा। किसान बोले-फसलों को हुआ नुकसान

गांव फुल्लो के किसान सुखदेव नंबरदार, गुरतेज ¨सह, मोहनदीप, सर्वजीत ¨सह, गुरतेज ¨सह ने बताया कि सरसों की फसल तैयार होने के कगार पर है। ओलों की मार से सरसों टूटकर नीचे गिर गई। किसानों के अनुसार ओलावृष्टि से सरसों को करीब 60 से 65 फीसद नुकसान हुआ है। किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत क्लेम के लिए आवेदन करना चाहते हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों से आवेदन फार्म मांगा तो उन्होंने फार्म देने से साफ इंकार कर दिया। कृषि विभाग की टीम शुरू किया सर्वे

कृषि विभाग ने ओलावृष्टि प्रभावित गांवों का सर्वे शुरु कर दिया है। खंड कृषि अधिकारी सुरजीत सहारण के नेतृत्व में विभागीय टीम ने ओलावृष्टि गांवों का दौरा कर ग्राउंड रिपोर्ट जानने का प्रयास किया। जैसे-जैसे टीम को ओलावृष्टि की सूचना मिलती गई, टीम आगे बढ़ती रही। देर शाम तक टीम फील्ड में रही। टीम ने रिपोर्ट दी है कि कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ है। ओलावृष्टि से खेतों में सरसों व गेहूं को नुकसान नहीं हुआ है। सुबह धूप खिलने के बाद शेष स्थिति स्पष्ट हो पाएगा। नुकसान न होने के बावजूद किसान फार्म-1 की डिमांड कर रहा है। जब नुकसान हुआ ही नहीं, तो फिर फार्म क्यों दिया जाए।

-सुरजीत सहारण, खंड कृषि अधिकारी, डबवाली हलकी बारसात के साथ हुई ओला वृष्टि

रानियां क्षेत्र में ओलावृष्टि होने से फसलों को नुकसान हुआ है। किसानों को गेहूं व सरसों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। गांव सादेवाला, केहरवाला, चक्कां, भूना, मम्मड़ खेड़ा, घोड़ांवाली, कुस्सर, रिसालिया खेड़ा, बनवाला में 2 एमएम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है। किसान विवेक कुमार, राम अवतार, रमेश निमिवाल, भजनलाल ने बताया है कि 2 मिनट हुई ओलावृष्टि से फसलों के पते व टहनियां टूट गई। अगर मौसम ने फिर से अपना रूख बदला तो किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी।


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