सफेद मक्खी और उखेड़ा रोग से फसल को हुए नुकसान की उपायुक्त ने राजस्व विभाग से मांगी रिपोर्ट
सफेद मक्खी और उखेड़ा रोग से फसलों को हुए नुकसान को लेकर उपा
जागरण संवाददाता, सिरसा : सफेद मक्खी और उखेड़ा रोग से फसलों को हुए नुकसान को लेकर उपायुक्त आरसी बिढ़ान ने कई गांवों का निरीक्षण किया। वहीं उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों से सफेद मक्खी व उखेड़ा रोग से प्रभावित क्षेत्र तथा इससे हुए नुकसान का सर्वे करने के आदेश दिए और सर्वे कार्य की रिपोर्ट वीरवार तक उपायुक्त कार्यालय में भिजवाई जाए। इस कार्य में किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए, ताकि रिपोर्ट आगामी कार्रवाई के लिए सरकार को भिजवाई जा सके।
वहीं उन्होंने कहा कि यह किसानों से जुड़ा कार्य है, इसलिए इसमें कोई लापरवाही न बरती जाए। सर्वे रिपोर्ट को सरकार को भिजवाया जाएगा।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रभावित क्षेत्रों में जाकर वहां के किसानों को सफेद मक्खी व उखेड़ा बीमारी से बचाव के बारे में दवाई के छिड़काव व अन्य उपायों के बारे में जानकारी दें, ताकि जो फसल अभी बची हुई है, उसे खराब होने से बचाया जा सके। उन्होंने उपस्थित किसानों से बातचीत करने के दौरान कहा कि वे चिता न करें, प्रशासन उनके साथ है। सफेद मक्खी व उखेड़ा से हुए नुकसान के बारे में पारदर्शिता व प्राथमिकता के आधार पर सर्वे कार्य किया जाएगा। नुकसान की सर्वे रिपोर्ट को जल्द से जल्द सरकार को भिजवाया जाएगा।
उपायुक्त ने गांव दड़बा, नाथूसरी कलां, नहराना व माधोसिघाना सहित कई गांवों के खेतों में जाकर कपास में सफेद मक्खी व उखेड़ा से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ जिला राजस्व अधिकारी विजेंद्र भारद्वाज, नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह, डा. बिजेंद्र चौहान, डा. राजेंद्र, बीएओ श्रवण कुमार, कृषि निरीक्षण धर्मवीर व एई कृष्ण कुमार मौजूद थे। ---------
नरमे की खराब हुई फसल का मुआवजा देने की मांग को लेकर इनेलो ने सौंपा ज्ञापन
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जागरण संवाददाता, सिरसा : नरमे व कपास की फसल को उखेड़ा रोग होने व मौसम खराब होने से किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। मुआवजे की मांग को लेकर इंडियन नेशनल लोकदल के किसान सेल ने नरमा व कपास उत्पादक किसानों के समर्थन में तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा और प्रभावित किसानों को 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिए जाने की मांग की ।
बुधवार को पूर्व इनेलो जिलाध्यक्ष कश्मीर सिंह करीवाला व इनेलो किसान सैल के जिला संयोजक विनोद के नेतृत्व में जिलेभर के कार्यकर्ता उपायुक्त कार्यालय के समक्ष एकत्रित हुए। कार्यकर्ताओं ने सरकार की जनविरोधी व किसान विरोधी नीति के विरोधस्वरूप नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों के लिए प्रदेश में खेती करना घाटे का सौदा बनकर रह गया है। ऐसे में प्राकृतिक रूप से भी किसानों को मार पड़ रही है। ऐसी विपदा की घड़ी में सरकार का यह दायित्व बनता है कि नरमा कपास उत्पादकों की प्रभावित फसलों की गिरदावरी करवाकर उन्हें करीब 40 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने, केंद्र सरकार के द्वारा जारी किए अध्यादेशों को वापस लेने, नकली कीटनाशकों एवं बीजों बेच रहे दुकानदारों पर कार्रवाई करने, फसलों बीमा न करवाने वाले किसानों को भी लाभ देने की मांग उठाई। इस अवसर पर पूर्व मंत्री भागीराम, रणधीर जोधकां, कृष्णा फौगाट, जसवीर सिंह जस्सा, विनोद बैनीवाल, विनोद अरोड़ा, जसविद्र बिदु, गुरविद्र सिंह, महावीर शर्मा, रामकुमार नैन, कृष्ण गुंबर, गुरदयाल मेहता उपस्थित रहे। ----------
कोटली के किसानों ने सौंपा ज्ञापन
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जागरण संवाददाता, सिरसा : नरमा की फसल में उखेड़ा रोग होने के कारण गांव कोटली में भी किसानों की फसल खराब हो गई। खराब हुई फसल का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर किसान उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और मांग पत्र सौंपा। वहीं किसान अजय, राजकुमार, सुभाष, भगवंत, दिवान, देवीलाल, तारा चंद ने बताया कि बीमारी के कारण उनके फसल अब पूरी तरह से खराब हो चुकी है जबकि फसल पूरी तरह से तैयार भी हो चुकी थी। इसपर खर्च भी किया जा चुका है लेकिन अब उन्हें दोहरी मार पड़ रही है। वहीं उन्होंने सरकार से मुआवजे की भी मांग की।