पाइप लाइन लीकेज से गहराया जल संकट
संवाद सूत्र, रानियां : गांव मम्मड़खेड़ा में पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाईप लाईन खस्ताहाल
संवाद सूत्र, रानियां : गांव मम्मड़खेड़ा में पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाईप लाईन खस्ताहाल हो चुकी है। जगह-जगह से टूटी पाइपों के कारण पानी वाटरवर्कस तक नहीं पहुंच पा रहा है ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पंचायत द्वारा प्रस्ताव पारित करके उच्चाधिकारियों को भेजने व उसके बाद तीन बार निरीक्षण किए जाने के बावजूद भी अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है जिससे ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पेयजल उपलब्ध करवाने सरकार द्वारा वाटर वर्क्स लगाया हुआ है जो काफी पुराना है। जलघर को एमएम के मम्मड़खेड़ा ब्रांच से पानी की सप्लाई होती है। जलघर से लेकर नहर ब्रांच तक की दूरी लगभग 22 एकड़ है। पिछले लम्बे समय से उक्त नहर से लेकर गांव के जलघर तक दबाई गई पाइप जगह-जगह से टूटी पड़ी है। पाइपों की हालत खस्ता होने से जलघर तक पानी पूरा नही पहुंच पाता है। लगातार 15 दिन तक नहर चलने के बाद भी ग्रामीणों को इस समस्या से जूझना पड़ रहा है। गांव के सरपंच बलदेव ¨सह ने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए 22 अप्रैल 2016 को प्रस्ताव पारित कर नई पाईप लाईन लगाने की मांग की गई थी। विभाग के अधिकारियों के निरीक्षण के बाद 11 अप्रैल 2017 को इस्टीमेट बनाया गया और उसे 5 मई 2017 को पंचकुला स्थित विभाग के पास भिजवा दिया गया। ग्रामीणों की इस समस्या को दूर करने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा तीन बार निरीक्षण किया गया। लेकिन अभी तक ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है। उन्होनें सरकार से प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समस्या का समाधान किया जाए।
विभाग के कनिष्ठ अभियंता भागीराम का कहना है कि उन्होंने ग्रामीणों की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए उच्चाधिकारियों को दस्तावेज भिजवाए हुए थे लेकिन तकनीकी खामी के कारण उच्चाधिकारियों दस्तावेजों को नामजूर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही पेयजल समस्या को दूर करवाने के लिए दस्तावेजों की खामियों को दूर कर पुन: मंजूरी के लिए भेजा जाएगा ताकि समस्या का समाधान हो सके।