धूली भरी आंधी से फसलों को हो रहा है नुकसान
धूल भरी आंधी से फसलों को नुकसान हो रहा है। बारिश के अभाव
संवाद सूत्र, नाथूसरी चौपटा
धूल भरी आंधी से फसलों को नुकसान हो रहा है। बारिश के अभाव में सूख कर नष्ट होने के कगार पर है। अगर जल्द ही बारिश नहीं हुई तो बिरानी क्षेत्र में बिजाई की गई ग्वार व बाजरे की फसल पूरी तरह से खराब हो जाएगी। चौपटा खंड में 37500 हेक्टेयर पर कपास, 1500 हेक्टेयर में ग्वार, 1450 हेक्टेयर में बाजरे, अरंड व मक्का की फसलें बोई गई हैं। राजस्थान के समीप लगते गांव कागदाना, कुम्हारिया, खेड़ी, चाहरवाला, जोगीवाला, राजपुरा साहनी, रामपूरा नवाबाद, जसानियां, गिगोरानी, रामपूरा ढिल्लो, हंजीरा, सहित कई गांवों में अधिकतर जमीन बिरानी है। इन गांवों में फसल मानसून की बारिश पर आधरित होती है। पिछले दिनों हल्की बारिश होने पर किसानों ने बिरानी जमीन पर ग्वार व बाजरे की बिजाई तो कर दी। लेकिन अब बारिश न होने के कारण फसल पूरी तरह से नष्ट होने के कगार पर है। किसान महेन्द्र सिंह, राजकुमार, जगदीश, सुरेश कुमार ने कहा कि बारिश होने पर ही फसल बच सकती है। इनका कहना है कि राज्य के अंतिम छोर पर पड़ने के कारण नहरी पानी भी कम मात्रा में पहुंच पाता है।