पाक जेल में बंद भारतीयों का मामला अंतरराष्ट्रीय अदालत में उठाएंगे : दलबीर कौर
जागरण संवाददाता, सिरसा : पाकिस्तान की जेलों में 300 से अधिक भारतीय कैदी बंद हैं और इन्हें ि
जागरण संवाददाता, सिरसा : पाकिस्तान की जेलों में 300 से अधिक भारतीय कैदी बंद हैं और इन्हें रिहा कराए जाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सूची भी दो साल पहले सौंप दी गई थी। इस सूची पर कोई कार्रवाई नहीं हुई अब सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर इस मसले को अंतरराष्ट्रीय अदालत में ले जाया जाएगा। यह वक्तव्य शहीद सर्वजीत की बहन दलबीर कौर ने सिरसा में पत्रकारवार्ता में कहे। यहां उन्होंने भारत की विदेश नीति के साथ ही प्रधानमंत्री के 56 इंची सीने की बात पर भी कटाक्ष किए।
दलबीर कौर ने कहा कि 300 से ज्यादा भारतीय पाकिस्तान की जेलों में हैं। इन्हें रिहा करवाए जाने के लिए उन्होंने एक सूची दो वर्ष पहले विदेश मंत्री को सौंपी थी। विदेश मंत्रालय इस ओर एक कदम भी नहीं उठा पाया इसलिए मजबूर होकर उन्हें अब अंतरराष्ट्रीय अदालत में जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब का नानक ¨सह 1984 में अपने पिता के साथ खेत गया था और गलती से बार्डर पार कर गया। आज नानक ¨सह युवावस्था में है। सरकार उसे वापस नहीं ला पाई है और परिजनों की आंखे पथरा गई है। इसी तरह गुजरात के अहमदाबाद का कुलदीप भी पाकिस्तान की जेल में है और उसे टीबी है। पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीयों को छुड़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई बार लिख चुकी है लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। प्रधानमंत्री के 56 इंची सीने संबंधी व्यक्तव्य पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कश्मीर में पत्थरबाजों पर ही शिकंजा नहीं कस पाए, उनके खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे तक वापस लिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि पाक जेल में बंद जाधव के मामले में भारत और पाक दोनों का खामोशी का रवैया सवाल खड़े कर रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज तक उसे इसका उत्तर नहीं मिल पाया कि सर्वजीत की मौत कैसे हुई, हत्यारे कौन है और अब हत्यारों पर क्या कार्रवाई हुई। उन्होंने 1965 और 1971 के दौरान पाक जेलों में बंद भारतीय सैनिकों के शहीद होने का भी सरकार प्रमाण नहीं जुटा पाई। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान की जेलों में बंद कैदियों को दोनों देश एक-दूसरे को सौंप दें।