आठ साल में पूरा नहीं हो सका कम्युनिटी हाल का निर्माण, कंडम दीवार को गिरा चुकी है नगर परिषद
वार्ड नं. 13 की विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में नगरपरिषद द्वारा बनाया गया
संवाद सहयोगी, डबवाली :
वार्ड नं. 13 की विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में नगरपरिषद द्वारा बनाया गया कम्युनिटी हाल पिछले चार साल से अधूरा तो पड़ा ही है, बल्कि बाहरी दीवार गिरने के कारण अब तो बेसहारा पशुओं व नशेडि़यों की शरणस्थली भी बन कर रह गया है। इससे मुहल्ले के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और इस अधूरे भवन में चल रहे आंगनबाड़ी के बच्चे भी असुविधाओं के बीच यहां बैठ कर पढ़ने को मजबूर हैं। सोमवार रात को एक गाय भी इस कम्युनिटी हाल में मर गई और मुहल्लावासियों द्वारा नगरपरिषद में जानकारी देने के बावजूद इस मरी हुई हुई गाय को नहीं उठाया।
मुहल्ला निवासी राजेश कुमार ¨जदल, दीपक कुमार, पारूल गर्ग, डा. सतीश गर्ग, जगदीश सोनी, गोपाल दास सोनी, मनदीप कौड़ा, संदीप कौड़ा, मनीष गर्ग व अन्य ने बताया कि बाहरी दीवार न होने से आवारा पशुओं का जमावड़ा इस भवन के प्रांगण में रहता है जो अक्सर लड़ते हैं तो खतरनाक स्थिति बन जाती है। पशुओं के कारण गंदगी का आलम भी रहता है। यह भवन अब तो खंडहर होता जा रहा है जिसमें मौका पाकर नशेड़ी भी घुस जाते हैं। इससे गली में भय का माहौल रहता है। ऐसी स्थिति में लोगों का अपने घरों तक में रहना मुश्किल हो गया है। खासकर महिलाओं व बच्चों का तो घर से बाहर निकलना ही मुश्किल है। सोमवार रात्रि कम्युनिटी हाल में मरी एक गाय को उठवाने के लिए जब नगरपरिषद में मोहल्लावासियों ने फोन किया तो जवाब मिला कि उनके पास मरे पशु उठवाने का कोई प्रबंध नही है। ऐसे में मोहल्लावासी दुविधा के साथ खासी परेशानी में भी हैं व उनमें नगरपरिषद के खिलाफ रोष भी पनप रहा है। उन्होंने डबवाली के एसडीएम व नगरपरिषद प्रशासन से मांग की है कि इस कम्युनिटी हाल की हालत को सुधारा जाए ताकि यह लोगों के लिए असुविधा की बजाय सुविधा बन सके। 2010 में शुरू हुआ था निर्माण, आज तक पूरा नहीं हुआ
नगरपरिषद ने वार्डवासियों की सुविधा के लिए वर्ष 2010 में इस कम्युनिटी हाल का शिलान्यास किया था। कागजों में वर्ष 2014 तक निर्माण पूरा किया। भवन खड़ा कर दिया गया लेकिन बिजली पानी के कनेक्शन नहीं हुए और न ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई। इसके बाद जब बाहरी दीवार एक तरफ झुकने लगी तो उसे भी हादसे की आशंका के तहत गिरा दिया गया। तब से वह दीवार भी नहीं बनाई है । खस्ताहाल हो रहे इस भवन में पिछले कुछ समय से एक आंगनबाड़ी केद्र भी चल रहा है जिसमें करीब तीन दर्जन बच्चे प्रतिदिन पढ़ने आते हैं। ::::वार्डों में नप प्रॉपर्टी के रखरखाव तथा रिपेयर के टेंडर खोले जा चुके हैं। जिन्हें अप्रूवल के लिए भेजा गया है। अनुमति आने के बाद कम्युनिटी हाल की रिपेयर करवाई जाएगी। बिजली, पानी कनेक्शन न होने का मामला मेरे ध्यान में नहीं। मैं भवन निरीक्षक सुमित ढांडा से बात करके सुविधाएं देने का प्रयास करूंगा।
-एमइ मानदेव, नगरपरिषद, डबवाली