7 बजे प्रशासन ने दिखाई सख्ती, काबू किए 23 कर्मचारी नेता और चलवाई बसें
जागरण संवाददाता, सिरसा : हरियाणा रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी और हरियाणा रोडवेज तालमे
जागरण संवाददाता, सिरसा : हरियाणा रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी और हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी के आह्वान पर की गई रोडवेज बसों की हड़ताल बेअसर रही। प्रात: ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार ओमप्रकाश, डीएसपी र¨वद्र ¨सह तोमर, रोडवेज महाप्रबंधक केआर कौशल की उपस्थिति में पुलिस ने बस अड्डा के मुख्य गेट के आगे हड़ताल पर बैठे 15 कर्मचारी नेताओं को जबरन उठाया और उन्हें काबू कर हिरासत में ले लिया। इसके बाद बस सेवा शुरू करवा दी गई। रोडवेज कार्यशाला में खड़ी बसों को उनके शेड्यूल के मुताबिक रवाना किया। वहीं दूसरे जिलों से भी बसें डिपो में आई। हड़ताल खुलवाने के बाद आम दिनों की भांति रोडवेज बसें चलती रही। कर्मचारियों के संभावित विरोध को भांपते हुए बस अड्डा परिसर में व्यापक पुलिस कर्मी तैनात रहे, लेकिन किसी तरह की कोई घटना नहीं हुई।
रातभर जागते रहे अधिकारी, तड़के बस के आगे लेटे हड़ताली कर्मचारी
हड़ताल के दृष्टिगत प्रशासनिक अधिकारी व रोडवेज विभाग के अधिकारी रात भर जागते रहे। ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार ओमप्रकाश, डीएसपी र¨वद्र ¨सह सींवर, रोडवेज महाप्रबंधक केआर कौशल सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। तड़के करीब 2 बजकर 20 मिनट पर चंडीगढ़ जाने वाली बस को रवाना करने के लिए बस को जब मुख्य गेट तक लेकर आए तो गेट पर धरना दे रहे कर्मचारियों ने बस के आगे लेटकर विरोध जताया। जिसके बाद प्रात: सात बजे तक कोई बस नहीं चली। करीब पांच घंटे तक रोडवेज की बस सेवा प्रभावित रही, कोई भी बस बाहर नहीं निकली। प्रशासन ने हड़ताल के दौरान वीडियोग्राफी करवाई और सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए हुए थे। सुबह सवेरे हड़ताल के कारण यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। बस सेवा शुरू न होने के कारण कई घंटों तक यात्री इंतजार करते रहे। जब रोडवेज बस शुरू हुई तो शुरू में कर्मचारियों ने कुछ आनाकानी भी की। स्टैंड पर कई बसें लगी हुई थी, उनमें सवारियां भी बैठ गई परंतु चालक परिचालक इधर उधर घूमते रहे। हिसार में आयोजित राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जाने वाले 30 खिलाड़ी करीब घंटाभर तक बस चलने का इंतजार करते रहे। बाद में खेल कोच द्वारा उपपुलिस अधीक्षक र¨वद्र तोमर को मामले की जानकारी दी गई। उन्होंने रोडवेज महाप्रबंधक केआर कौशल को इस मामले की सूचना दी। जिसके बाद अनाउंसमेंट कर चालक परिचालक को बुलाया तथा बस चालक रवाना किया।
23 कर्मचारी नेताओं को किया काबू,
प्रात: सात बजे पुलिस प्रशासन ने सिरसा में हड़ताल पर बैठे 15 कर्मचारी नेताओं को काबू किया। इसके अलावा डबवाली में नौ कर्मचारी नेताओं को हिरासत में लिया गया। सिरसा में पकड़े गए पांच कर्मचारी नेताओं के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज हुआ है, जिनमें चिमन लाल, चंद्रशेखर व भीमसैन शामिल है। इसके अलावा 12 लोगों पर शांति भंग करने का मामला दर्ज किया गया है। रोडवेज महाप्रबंधक केआर कौशल की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ शहर थाना पुलिस ने कार्रवाई की है। डबवाली में नौ कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया, जिनमें इंटक प्रधान रमेश कुमार, रामकुमार, चंचल, रामनिवास, गुरचरण, भूप ¨सह, रमेश, हरमीत व जस¨वद्र शामिल थे। रोडवेज बसों की हड़ताल का निजी व पंजाब रोडवेज की बसों ने खूब फायदा उठाया। बस स्टैंड पर विभिन्न काउंटरों पर निजी बसें खड़ी रही तथा सवारियां भर कर निकलती दिखाई दी। सुबह सवेरे अधिकतर काउंटरों पर निजी बसें ही नजर आई। रोडवेज महाप्रबंधक केआर कौशल ने बताया कि साढ़े आठ बजे तक 35 बसें विभिन्न रूटों पर जा चुकी थी। उन्होंने बताया कि दिनभर में बस सेवा सामान्य हो जाएगी। सिरसा में 15 कर्मचारियों ने सरकारी कार्य में बाधा डालने व शांति भंग करने का प्रयास किया है, उनके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। हड़ताल पर रहे कर्मचारियों को नोटिस दिए जाएंगे। हड़ताल पर रहे 46 कर्मचारी
सिरसा और डबवाली डिपो के 46 कर्मचारी हड़ताल पर रहे। सिरसा डिपो के ट्रैफिक इंचार्ज राकेश कंबोज ने बताया कि सिरसा डिपो में कुल 673 कर्मचारी है। जिनमें से 580 कर्मचारी उपस्थित रहे, 59 अवकाश पर रहे तथा 34 कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जो कर्मचारी हड़ताल पर रहे हैं उन्हें नोटिस दिए जाएंगे। इसके अलावा डबवाली बस अड्डा में 94 लोगों के स्टाफ में से 9 चालक व 3 परिचालक हड़ताल पर रहे। डबवाली बस स्टैंड अधीक्षक सुच्चा ¨सह ने बताया कि प्रात: चलने वाली दो बसें नहीं चली, जो हरिद्वार व दिल्ली जाती है, इसके अलावा सभी बसें निर्धारित समय अनुसार चली है। कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद हड़ताली कर्मचारी इधर उधर हो गए। कर्मचारी नेता मदन लाल खोथ व कुछ अन्य बाद में धरनास्थल पर बैठे भी रहे। इसके बाद बस अड्डा परिसर के गेट के बाहर लगाया गया टेंट भी हटवा दिया गया। धरनास्थल पर रोजाना की भांति ऑटो रिक्शा खड़े रहे।