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फर्जी सिमों के सहारे सिरसा में चल रहा था ठगी का खेल, चार दबोचे

जागरण संवाददाता सिरसा सीआइए सिरसा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो कंपनी के कै

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 04:59 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 05:17 PM (IST)
फर्जी सिमों के सहारे सिरसा में चल रहा था ठगी का खेल, चार दबोचे
फर्जी सिमों के सहारे सिरसा में चल रहा था ठगी का खेल, चार दबोचे

जागरण संवाददाता, सिरसा : सीआइए सिरसा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो कंपनी के कैशबैक व दूसरी स्कीमों के मामले में लाखों रुपये की धोखाधड़ी के खेल में संलिप्त रहा। डिग मंडी में दबिश देकर चार लोगों को काबू किया गया और उनके कब्जे से बड़ी संख्या में 280 सिम, 11 मोबाइल व एक लैपटाप बरामद किया है। पुलिस को करीब 2800 सिम का ब्यौरा मिला है।

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पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस की टीम को सूचना मिली थी डिग मंडी क्षेत्र में बाहर से फजी आइडी पर सिम लाकर ऑनलाइन ठगी का धंधा किया जा रहा है। डिग मंडी में इसके लिए बाकायदा एक कार्यालय खोला गया है जिस पर सीआइए प्रभारी नरेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस की जांच शुरू हुई। डिंग मंडी निवासी रमेश कुमार व विनोद कुमार तथा फतेहाबाद के दैयड़ निवासी सुभाष व राजेश को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि यह गिरोह अमेजन, धनी, पे-जैप, ऑनलाइन से जुड़ी कंपनियों को आमजन को नकद राशि के रूप में दिए जाने वाले लाभ को खुद हड़प रहे थे। उन्होंने कहा कि पेट्रोल पंप व कई अन्य स्थानों पर ऑनलाइन खरीदारी पर कैश बैक मिलता है। इसी कैश बैक में संबंधित फर्मों के साथ मिलकर जालसाजी का भी अंदेशा है। बड़े गिरोह से जुड़ रहे हैं तार

पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस गिरोह के तार असम, पंजाब के जलालाबाद, उत्तरप्रदेश व बिहार से जुड़ रहे हैं। वहीं से गिरोह के सदस्य एक्टिव मोबाइल सिम खरीदकर लाते थे। पुलिस का जांच का विषय यह है कि इतनी बड़ी संख्या में एक्टिव सिम किस आधार पर मिले। हालांकि पुलिस के अधिकारी इस मामले में मोबाइल कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूटरों की मिलीभगत का संदेह जता रहे हैं।


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