चौटाला साहब एक बार कह दें, उसी पल दे देंगे इस्तीफा : दिग्विजय
दिग्विजय चौटाला ने कहा है कि उनके दादा व इनेलो सुप्रीमो आेमप्रकाश चौटाला एक बार कह दें वह तुरंत इस्तीफा दे देंगे।
जेएनएन, सिरसा। सांसद दुष्यंत चौटाला के भाई और इनसो के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा है कि उनके दादा व इनेलो सुप्रीमो आेमप्रकाश चौटाला एक बार कह दें वह तुरंत इस्तीफा दे देंगे। यदि 25 अक्टूबर को संभावित कार्रवाई के तहत लास्ट चांस का नोटिस थमाएंगे तो वे फैसला जनता पर छोड़ेंगे। अगर उन्होंने गलत किया है तो सजा मिले लेकिन तथ्य तो दिए जाने चाहिए। हम दया की अपील नहीं करेंगे क्योंकि हम निर्दोष हैं।
वह बुधवार को यहां चौटाला हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। दिग्विजय ने कहा कि वह 17 अक्टूबर को चौटाला साहब से मिले थे। इस दौरान वह हमारी बातों से 95 फीसद सहमत थे। एक घंटे की मुलाकात में उन्होंने कुछ नहीं कहा। दिग्विजय ने कहा कि चौटाला साहब का फैसला सर्वमान्य होगा। अगर एक बार वह कह दें कि पद से रिजाइन कर दो तो उसी पल पूरी इनेसो को रिजाइन करवा दूंगा।
बता दें कि गोहाना रैली में हुल्लड़बाजी को इनेलो सुप्रीमो ने अनुशासनहीनता मानते हुए इनसो अध्यक्ष दिग्विजय और सांसद दुष्यंत को नोटिस थमाए थे। दोनों को इनेलो से निलंबित भी कर दिया गया था। इसके बाद उनको पार्टी से निष्कासित करने की भी तैयारी की जा रही है।
सिरसा में पत्रकारों से बातचीत करते दिग्विजय चौटाला।
दिग्विजय ने कहा कि उन्हें शंका है कि कल एक लेटर जारी होगा और इसमें लॉस्ट चांस देकर छोड़ दिया जाएगा। मुझे लॉस्ट चांस नहीं चाहिए। लास्ट चांस उसे चाहिए जिसने गलती की है। मैंने जिस पार्टी की आठ साल तक सेवा की, खून पसीने से विंग को सींचा। मेरे पिता ने 40 साल तक पार्टी के लिए दिन रात एक की। आज उनकी गैर मौजूदगी में उनके लोगों के साथ साजिश हो रही है।
मुझे नहीं दुष्यंत को मिला है नोटिस
दिग्विजय ने कहा, मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है। दुष्यंत चौटाला को नोटिस जारी किया गया है। हम नादान है, हमने दोष नहीं किया। अगर कोई पार्टी विरोधी गतिविधियां करने के तथ्य, सबूत हैं तो हमें दें। अगर 25 अक्टूबर तक कुछ तथ्य देने को नहीं है तो क्या इनेलो ऑफिस को उन लोगों को समन नहीं करना चाहिए जिनके इशारे पर इतनी बड़ी कार्रवाई हुई।
हमारे नेता चौधरी ओमप्रकाश चौटाला हैं
दिग्विजय ने कहा कि पार्टी बैठकों में कहा जा रहा है एक आदमी ने पार्टी को संभाला, जबकि 2013 में सबने एक साथ मिलकर और खुद को चौटाला साहब मानकर काम करने का प्रण लिया था। संगठन एक आदमी से नहीं चल सकता। नेता एक हो सकता है और वह चौधरी ओमप्रकाश चौटाला हैं।
तो हम ताउम्र राजनीति को त्याग देंगे
दिग्विजय ने कहा कि यह चर्चा हो रही है कि हम बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह से मिले और सैकड़ों करोड़ रुपया खा लिया। दूसरी अोर यह भी कहा जा रहा है कांग्रेस नेताओं से मिले। अगर कोई इनका एक भी सबूत दे दे तो फिर हम ताउम्र राजनीति को त्याग देंगे।