सीडीएलयू के वीसी बोले-मेरे खिलाफ रची जा रही साजिश
जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कायत ने कहा कि विश्ववि
जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कायत ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बीपीएड की एनसीटीइ की मान्यता के लिए कार्य किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन कर माहौल खराब किया जा रहा है। इसके लिए छात्रों में भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है। मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है। प्रो. कायत रविवार को कैंपस कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। कुलपति ने कहा कि अपराधी किस्म के अधिकारी साजिश रच रहे हैं। ऐसे में उनकी जान को भी खतरा है। बीपीएड की मान्यता के लिए छात्रों को गुमराह किया जा रहा है जबकि बीपीएड करने वाले छात्रों को नौकरी मिल रही है। विश्वविद्यालय के दो छात्रों को अभी दिल्ली में नौकरी मिली है। कई विश्वविद्यालयों को नहीं मान्यता
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कायत ने कहा कि एनसीटीइ से बीपीएड की कई विश्वविद्यालय के पास मान्यता नहीं है। मान्यता के लिए प्रक्रिया चल रही है। मानव संसाधन विकास मंत्री ने लोकसभा में मान्यता देने संबंधी बिल पास कर दिया है तथा राज्य सभा में भी यह बिल पास हो जाएगा। ऐसे में मान्यता के लिए कोई अड़चन नहीं रहेगी। बीपीएड में मान्यता के लिए जो भी कमी रह गई है। उसको पूरा करने के लिए कार्यकारी रजिस्ट्रार प्रो. राजकुमार को एनसीटीइ में पिछले दिनों भेजा गया। विश्वविद्यालय के पहले रहे रजिस्ट्रार ने मान्यता के लिए प्रयास नहीं किया। उनकी यह जिम्मेवारी भी बनती थी। पुलिस प्रशासन से की है शिकायत
विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि उनके कार्यालय में दो बार हंगामा हो चुका है। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन को शिकायत भी भेजी गई है। पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग भी की गई। विश्वविद्यालय की सुरक्षा पर पूछे गए सवाल पर कहा कि सुरक्षा में सुधार किया जाएगा। विश्वविद्यालय के अंदर बाहरी छात्रों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। विश्वविद्यालय में बाहरी छात्र ही आकर हंगामा व माहौल खराब कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में कई प्राध्यापकों की जांच चल रही है। इस जांच में दोषी भी मिले हैं। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न हो इसके लिए ऐसे कार्य कर रहे हैं। अपराधी किस्म के अधिकारियों की लिस्ट पुलिस प्रशासन को दी हुई है। मान्यता के लिए कर रहे हैं प्रयास
शारीरिक शिक्षा विभाग की चेयरपर्सन प्रो. मोनिका वर्मा ने कहा कि एनसीटीइ से मान्यता के लिए वर्ष 2007 से ही प्रक्रिया शुरू की गई। जिसको लेकर एनसीटीइ की टीम ने विश्वविद्यालय का निरीक्षण भी किया। जो कमी बताई गई उन्हें समय पर पूरा किया। विभाग चेयरमैन बदलते रहे। इससे असमंजस की स्थिति रही।