गरीब परिवारों के इलाज में मददगार बनी आयुष्मान भारत योजना
जागरण संवाददाता सिरसा केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जनस्वास्थ्य योजना यानि आयुष्
जागरण संवाददाता, सिरसा : केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जनस्वास्थ्य योजना यानि आयुष्मान भारत योजना गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए आशा की किरण बन गई है। जिले में अनेक ऐसे केस हैं, जिनका गुजारा बड़ी मुश्किल से हो रहा है। हार्ट अटैक, दुर्घटना व अचानक शरीर में आए विकार से निजात पाने पर लाखों रुपये खर्च हो सकते थे। उधार अथवा रिश्तेदारों से रुपयों का जुगाड़ कर इलाज करवाना पड़ता। परंतु केंद्र सरकार की इस योजना के तहत बिना किसी खर्च के बेहतर इलाज हो गया है। योजना का लाभ उठाने वाले पात्र परिवार इसकी सराहना करते नहीं थक रहे हैं। जिले में इस योजना के तहत अब तक 7163 लोग उपचार करवा चुके हैं तथा उपचार करवाने की एवज में केंद्र सरकार द्वारा 9 करोड़ छह लाख 61982 रुपये का भुगतान किया गया है। योजना के तहत सिरसा जिला के 10 सरकारी तथा 19 निजी अस्पताल भी पैनल में शामिल है। ----------- निजी अस्पतालों में इलाज करवाने को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं पात्र आयुष्मान भारत योजना के तहत चयनित परिवार पांच लाख रुपये तक इलाज करवा सकते हैं। योजना में सरकारी तथा निजी अस्पतालों को शामिल किया गया है जहां चयनित परिवार आप्रेशन इत्यादि चिकित्सा सुविधा का लाभ ले सकता है। जिले में चयनित परिवारों में से अब तक 7163 लोग इलाज करवा चुके हैं। इनमें से 6916 लोगों ने निजी अस्पतालों में इलाज करवाया है और इसकी एवज में निजी अस्पतालों को 8 करोड़ 92 लाख 59555 रुपये का भुगतान किया गया है। इसके अलावा 247 लोगों ने सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाया है, जिसके लिए 14 लाख 2427 रुपये का भुगतान किया गया है। --------- योजना का लाभ उठाने वाले पात्रों के अनुभव भी स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचाए जाते हैं। आयुष्मान योजना वास्तव में गरीब लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित हुई है। इस योजना के तहत अनेक पात्र लोगों ने हार्ट, किड़नी, आंखों व अन्य तरह के आप्रेशन करवाए है। योजना का सारा खर्च सरकार वहन करती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस योजना में 1354 पैकेज शामिल किए गए हैं, जिनमें कोरोनरी बाइपास, घुटना बदलना और स्टंट डालना इत्यादि भी शामिल है। ---------- आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में 82652 परिवारों के 4 लाख 82652 लोगों के कार्ड बनाए जाने है। इनमें 273937 ग्रामीण क्षेत्र से जबकि 128364 शहरी क्षेत्र से है। योजना के तहत अब तक एक लाख 16 हजार 764 लोगों के कार्ड बन चुके हैं। ---------- आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। चयनित परिवार पैनल में शामिल निजी व सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज का लाभ उठा सकते हैं। गरीब परिवारों के लिए यह योजना बहुत मददगार साबित हुई है। अनेक ऐसे परिवार है जिनके लिए यह योजना जीवनदायिनी साबित हुई है। वे परिवार इलाज करवाने में सक्षम नहीं थे। योजना के तहत जो भी चयनित परिवार है वे अपना आयुष्मान कार्ड बनवाएं और लाभ उठाएं। - डा. कृष्ण कुमार, सिविल सर्जन, सिरसा -------------- हार्ट अटैक आया, लेकिन आर्थिक हालात के चलते इलाज करवाने में था असमर्थ ऐलनाबाद निवासी निवासी दारा सिंह को हार्ट में शिकायत थी। चिकित्सक ने उन्हें स्टेंट डलवाने का परामर्श दिया था। गरीबी की हालात के चलते परिवार इलाज करवाने में असमर्थ था। बाद में उन्हें मालूम हुआ कि उनका आयुष्मान कार्ड है और उसका इलाज सरकार के स्तर पर फ्री हो सकता है। इसके बाद उसने पूनिया अस्पताल में इलाज करवाया। उसे एक स्टेंट डाला गया। जिसका सारा खर्च सरकार ने वहन किया। ------------ मीरा बाई के लिए जीवनदायिनी बनी योजना गांव खैरेकां निवासी मीरा बाई के लिए भी यह योजना जीवनदायक साबित हुई है। हार्ट की शिकायत होने के बाद उसे पूनिया अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सक ने स्टंट डालकर उसकी जान बचाई। इस इलाज पर करीब एक लाख रुपये तक की राशि खर्च होती है। आयुष्मान कार्ड होने के कारण मीराबाई को यह सुविधा पूर्णत: फ्री मिली। मीराबाई सरकार का धन्यवाद करते नहीं थक रही है। ----------- आंख के आप्रेशन के मांगे थे 15 हजार, बाद में हुआ फ्री सिरसा निवासी योगेश का कहना है कि उसकी एक आंख का पर्दा फट गया था। चिकित्सक ने 15 हजार रुपये मांगे थे। बाद में आइक्यू अस्पताल में दिखाया, जहां उसे पता चला कि उसका आप्रेशन आयुष्मान योजना के तहत फ्री हो सकता है। बाद में यह आप्रेशन बिल्कुल फ्री हो गया और अब उसे पहले से बेहतर दिखाई देता है। ----------- गोशाला मुहल्ला निवासी प्रदीप का कहना है कि सड़क हादसे में उसके दाहिने पैर में गंभीर चोट आई थी। निजी अस्पताल में ले जाया गया। डाक्टर ने कूल्हा रिप्लेसमेंट किया। इलाज पर बहुत खर्च आना था परंतु आयुष्मान योजना के तहत कार्ड बना होने के कारण सारा इलाज सरकारी खर्चे पर हो गया। अगर आयुष्मान कार्ड नहीं बना होता तो परेशानी हो सकती थी।