फिर भतीजों और भाभी के खिलाफ मुखर हुए अभय चौटाला
डबवाली : नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह ने कहा कि इनेलो-बसपा मिलकर सिंबल पर नगर निगम
संवाद सहयोगी, डबवाली : नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह ने कहा कि इनेलो-बसपा मिलकर सिंबल पर नगर निगम चुनाव लड़ेंगे। दोनों पार्टियां सीट बंटवारे पर जल्द फैसला करेंगी। पीएससी की मी¨टग हो चुकी है। मामला संगठन का है, इसलिए उम्मीदवारों के नामों पर फैसला अशोक अरोड़ा तथा प्रकाश भारती करेंगे। वे दोनों जिसे तय करेंगे, उसे सिंबल पर चुनाव लड़ाया जाएगा। वे मंगलवार को डबवाली अनाज मंडी में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
एक सवाल का जवाब देते हुए इनेलो नेता ने कहा कि गठबंधन एक दिसंबर से जन अधिकार यात्रा शुरू करेगा। आने वाले समय में ऐसे बड़े चेहरे सामने आएंगे जिनके बारे में कोई सोच नहीं सकता है कि कभी ये लोग भी हमारी पार्टी के साथ खड़े हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी को तोड़ने के षडयंत्र रचे गए, उन लोगों को 100 फीसद बड़ा सबक मिलेगा। इस्तीफा दें, पापुलर्टी का अंदाजा हो जाएगा
अभय सिंह चौटाला ने भतीजों दुष्यंत और दिग्विजय समेत भाभी नैना सिंह चौटाला का नाम लिए बगैर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये जो पार्टी से त्यागपत्र दिलवा रहे हैं, कह रहे हैं कि इतनो ने त्यागपत्र दे दिया। पहले वे स्वयं तो त्यागपत्र देकर दिखाएं। हमने पार्टी से उनको निकाल दिया, वे त्यागपत्र दें। इस्तीफा दें तो मेंबरशिप चली जाए। वे समझते हैं दो-ढाई लाख रुपये मिलता है, जेब में पड़ा रहे। कल इस्तीफा दें पार्टी से तो मेंबरशिप जाए। कल लोकसभा या विधानसभा चुनाव का सामना करना पड़े तो पापुलर्टी का अंदाजा लाग जाएगा। हम उम्मीदवार नहीं थोपेंगे
विस चुनाव में डबवाली विधानसभा से दुष्यंत चौटाला के उतरने की संभावनाओं पर बोलते हुए अभय ने कहा कि प्रजातंत्र प्रणाली में चुनाव लड़ने से कोई किसी को नहीं रोक सकता। सिर्फ फॉर्म भरना होता है। मनचाहा सिंबल लेना होता है। कोई भी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है। चुनाव में हम किसी को थोपेंगे नहीं। हम तो कार्यकर्ताओं से पहले पूछेंगे, आप बताओ, किसे पार्टी का उम्मीदवार बनाकर भेजा जाए, ताकि कार्यकर्ता उसे जिम्मेदारी से विधानसभा तक पहुंचाएं। दोनों पार्टियां संयुक्त बैठक बुलाएंगी, उसी में बैठकर फैसला लेंगे कि किसे चुनाव लड़ाना है।
सियासत में नहीं आएंगे पत्नी और बेटा
अभय चौटाला ने कहा कि बेटा अर्जुन हमारी खेती देखता है। खेती के काम के साथ-साथ हमारे यहां कार्यकर्ताओं के घरों में शादी या दुख होता है वहां शरीक होता है। अर्जुन न तो उम्मीदवार पहले था, न आज है और न आगे होगा। बिना मतलब के कयास लगाए जाते हैं। अभय ने कहा कि मेरी पत्नी कोई चुनाव नहीं लड़ेगी और न ही किसी राजनीतिक मंच पर जाएगी।