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कुपोषण से बचाने के लिए 4.29 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल गोलियां

स्वास्थ्य विभाग ने जिला के 4 लाख 29 हजार 121 बच्चों को कुपोषण व एनीमि

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 12:09 AM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 12:09 AM (IST)
कुपोषण से बचाने के लिए 4.29 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल गोलियां
कुपोषण से बचाने के लिए 4.29 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल गोलियां

जागरण संवाददाता, सिरसा : स्वास्थ्य विभाग ने जिला के 4 लाख 29 हजार 121 बच्चों को कुपोषण व एनीमिया से बचाने के लिए एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर देशभर में चलाए जाने वाले अभियान के तहत जिला के एक से 19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को गोलियां खिलाई जाएगी। पूरे देश में एक ही दिन में बच्चों को गोलियां खिलाई जाएंगी, ताकि कीड़ों की चैन को पूरी तरह से खत्म किया जा सके। 400 एमजी की एल्बेंडाजोल गोली एक वर्ष तक की उम्र के बच्चे को आधी खिलाई जाएगी जबकि इससे अधिक उम्र के सभी बच्चों को पूरी गोली दी जाएगी। गोली पूरी तरह सुरक्षित है और इसे चबाचब कर खाना होगा। अगर कोई बच्चा किसी कारण वश गोली खाने से रह जाएगा तो उसे मॉपअप राउंड के तहत 20 अगस्त को गोली खिलाई जाएगी। देश में एनीमिया पीड़ित बच्चे 49.31 फीसद तो प्रदेश में 31 फीसद

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खून की कमी यानि एनीमिया पीड़ित बच्चों का देशभर में फीसद 49.31 है जबकि प्रदेश में यह 31 फीसद है। रक्त की कमी होने पर बच्चे में एकाग्रता की कमी, पढ़ाई व खेल में ध्यान न लगना तथा पेट दर्द की शिकायत रहती है। एनीमिया का कारण मुख्य रूप से पेट में कीड़े होने के कारण होता है, इसके कारण बच्चे के शारीरिक विकास पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उसने भूख नहीं लगती, वजन कम होने लगता है। पेट में कीड़े मुख्य रूप से खुले में शौच जाने, शौच जाने के बाद अच्छी तरह से हाथ न धोने तथा नंगे पांव खेलने के कारण होते हैं। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर देशभर के बच्चों को एक साथ गोली खिलाई जाएगी ताकि पोलियो अभियान की तरह कीड़ों के वायरस पर भी एक साथ रोक लग सके। विभिन्न टीमों की लगाई ड्यूटी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाने के लिए आठ डिप्टी सीएमओ, 11 आरबीएस, 7 सीडीपीओ व सात बीइओ की डयूटी लगाई गई है। इसके अलावा आंगनवाड़ी व आशा वर्कर में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। ये टीमें सरकारी व निजी स्कूल, कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, आइटीआइ, पॉलीटेक्निक कॉलेज आदि में अभियान चलाकर बच्चों को एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाएंगे। कई निजी स्कूल नहीं खिलाते हैं बच्चों को गोलियां

अभियान के दौरान यह भी सामने आया है कि कई निजी स्कूल अपने संस्थान में पढ़ने वाले बच्चों को एल्बेंडाजोल गोलियां नहीं खिलाते। उनका तर्क रहता है कि बच्चों के निजी चिकित्सक है और अगर उनमें किसी तरह की कमी है तो उनके अभिभावक इलाज करवाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ऐसे स्कूल संचालकों को समझाते हैं और आवश्यकता करने पर मेडिकल टीम की मौजूदगी में बच्चों को दवाई दी जाती है। एल्बेंडाजोल गोली पूर्ण रूप से सुरक्षित

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिले के 4 लाख 29 हजार 121 बच्चों को एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बच्चों को कृमि नाशक एल्बेंडाजोल गोली खिलाई जाएगी जो पूर्ण रूप से सुरक्षित है। उस दिन स्कूलों में मिड डे मील जल्द बनाकर बच्चों को खिलाया जाएगा ताकि बच्चों में उल्टी जैसी शिकायत न हो।

- डा. बुधराम, डिप्टी सीएमओ

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