विदेश भेजने के नाम पर ठगे 31 लाख, अदालत ने दिए मामला दर्ज कर जांच के आदेश
पढ़ाई के लिए विदेश भेजने के नाम पर 31 लाख रुपये की ठगी मामले में
जागरण संवाददाता, सिरसा: पढ़ाई के लिए विदेश भेजने के नाम पर 31 लाख रुपये की ठगी मामले में अदालत ने पुलिस को दोबारा जांच के आदेश दिये है और मामले की जांच डीएसपी स्तर के अधिकारी से करवाने को कहा है।
जानकारी मुताबिक गांव सिकंदरपुर निवासी किसान शमशेर अपने बेटे नवनीत सिंह को आस्ट्रेलिया में पढ़ाई के लिए भेजना चाहता था। इसी दौरान नवनीत ने एक टीवी चैनल के माध्यम से ऐसी कंपनी के बारे में बताया जो बच्चों को पढ़ाई के लिए विदेश भेजती थी। नवनीत ने कंपनी के चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में संपर्क किया। जहां उसकी काउंसिलिग व इंटरव्यू लिया गया। इसके बाद कंपनी के पदाधिकारियों ने नवनीत को आस्ट्रेलिया के मेलबर्न में दाखिला दिलवाने के नाम पर शमशेर सिंह से 10 नवंबर 2014 को 20 लाख रुपये वसूल किए। इसके बाद एफडीआर के नाम पर 11 लाख रुपये जो पीड़ित ने एक्सिस बैंक वेदवाला से कंपनी डायरेक्टर वीना के अकाउंट में ट्रांसफर करवा दिए। बाद में कंपनी पदाधिकारियों ने 5823 डालर और मांगे। शमशेर सिंह ने वह राशि भी उनके खाते में ट्रांसफर करवा दी। परंतु उसके बाद भी कंपनी ने उसके बेटे को विदेश नहीं भेजा। शमशेर को कुछ गड़बड़ी लगी तो उसने दिल्ली एंबेसी सें संपर्क किया तो जहां उसे बताया गया कि उसके बेटे की जगह किसी दूसरे को कंपनी ने मेलबार्न भेजा है। कंपनी की धोखाधड़ी सामने आने के बाद पीड़ित शमशेर ने कंपनी की डायरेक्टर वीना गोयल व राजेश्वर गोयल से अपने 31 लाख रुपये वापस मांगे। आरोप है कि कंपनी के अधिकारियों ने रुपये देने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद उसने सदर थाना पुलिस में शिकायत दे दी। पुलिस की जांच से संतुष्ट न होने पर अदालत का द्वार खटखटाया।