आगामी वर्ष में ही हट पाएंगे डेढ़ लाख सूखे पेड़
पिछले चार सालों से सिरसा में सड़क किनारे खड़े सूखे पेड़ों की
जागरण संवाददाता, सिरसा : पिछले चार सालों से सिरसा में सड़क किनारे खड़े सूखे पेड़ों की कटाई नहीं हो पाई। इस वर्ष के आखिरी महीने में भी कटाई नहीं हो पाएगी और अगले साल से ही कटाई का कार्य शुरू हो पाएगा। जिले में करीबन डेढ़ लाख सूखे पेड़ों की पहचान की गई है, जिन्हें काटा जाना है। कटाई का काम किसी एक डिविजन के हवाले न कर तीन अलग अलग डिविजनों को सौंप दिया है।
सूखे पेड़ों की हर वर्ष कटाई किए जाने का नियम है, लेकिन सिरसा में यह नियम टूट गया था। यहां चार साल से पेड़ों की कटाई का मामला लटका था। जिस कारण सूखे पेड़ों की संख्या बढ़ती गई और वन विभाग केवल सूची ही बनाता रहा। वन विभाग ने पेड़ों की कटाई के लिए नए सिरे से उनकी पहचान की। नवंबर माह तक सूखे पेड़ों का आंकड़ा करीबन डेढ़ लाख तक पहुंचा। इससे पहले एक लाख से अधिक सूखे पेड़ों की संख्या मानते हुए विभाग ने सिरसा व कालांवाली रेंज में पेड़ कटाई के लिए हिसार से वन विभाग की कार्पोरेशन ¨वग को सिरसा शिफ्ट कर दिया। डबवाली में कटाई की जिम्मेवारी यमुनानगर तथा रानियां व ऐलनाबाद में सूखे पेड़ कटाई के लिए अंबाला डिविजन को काम दिया गया है।
वन विभाग ने सौंपी सूची, अवलोकन करेंगे अधिकारी
वन विभाग के अधीन ही कॉर्पोरेशन बना हुआ है जो सूखे पेड़ों की कटाई के कार्य को देखता है। वन विभाग सूखे पेड़ों की जानकारी इस कार्पोरेशन के महाप्रबंधक को भेजते हैं। वन विभाग ने जिले में सभी सूखे पेड़ों की जानकारी कार्पोरेशन के अधिकारियों को सौंप दी है। कार्पोरेशन के अधिकारी मौके पर पहुंच कर सूखे पेड़ों का निरीक्षण कर रहे हैं। निरीक्षण उपरांत वे अपनी अलग से सूची तैयार करेंगे और इसके बाद टेंडर कॉल किया जाएगा।
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दुर्घटना का कारण बन सकते हैं सूखे पेड़
सिरसा में अनेक ऐसी जगहें हैं, पेड़ सूख कर गिरने की स्थिति में हैं और जल्द ही इन पेड़ों को नहीं हटाया गया तो ये हादसे का कारण बन सकते हैं। तेज आंधी में भी पेड़ टूट सकते हैं। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार सभी सूखे पेड़ों की सूची बनाई जा चुकी है। जो अधिक खतरा बन रहे हैं, उन्हें पहले कटवाया जाएगा। लेकिन अभी टेंडर कॉल नहीं हुए हैं। टेंडर होने के बाद ही उन्हें हटवाया जा सकता है। सिरसा में करीबन डेढ़ लाख सूखे पेड़ हैं। किन्हीं कारणों से पूर्व में इन पेड़ों की कटाई नहीं हो पाई। अब पेड़ कटाई के लिए कार्पोरेशन को जिम्मा सौंप दिया है। हमारी ओर से कार्पोरेशन को सूची दे दी गई है।
- राम कुमार जांगड़ा, जिला वन अधिकारी एक नजर
जिले में कुल भूमि - 402000 हेक्टेयर
वन भूमि - 3804 हेक्टेयर
जिले में पेड़ों की संख्या - 10 लाख से अधिक
सूखे पेड़ों की संख्या - 1.5 लाख अनुमानित