कृषि मंत्री की दीं गायें महिला बॉक्सरों ने लौटाई, कहा- मारती हैं सींग
हरियाणा की तीन महिला बॉक्सरों ने कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ द्वारा दी गईं गायें लौटा दी हैं। उन्होंने इसका बेहद दिलचस्प कारण बताया है। उनका कहना है कि ये गायें सींग मारती हैं।
रोहतक, [ओपी वशिष्ठ]। हरियाणा की तीन महिला मुक्केबाजों ने हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ द्वारा पुरस्कार में दी गई गायें लौटा दी हैं। इसके लिए उन्होंने बेहद दिलचस्प कारण बताया है। इन खिलाडियों का कहना है कि ये गायें सींग से मारती हैं। इसके साथ ही ये दूध भी नहीं देती हैं। यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पदक जीतने पर कृषि मंत्री ने छह महिला बॉक्सर को देसी गायें दी थीं। गायों के वापस करने से कृषि एवं पशुपालन विभाग में हड़कंप है।
कृषि मंत्री ने यूथ वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पदक जीतने पर छह खिलाडि़यों को दी थीं देसी गायें
उल्लेखनीय है कि 19 से 26 नवंबर तक गुवाहाटी में वर्ल्ड यूथ वूमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप हुई थी। इस चैंपियनशिप में भिवानी के धनाना की नीतू ने 48 किलोग्राम व साक्षी ने 54 किलोग्राम, रोहतक के रूड़की की ज्योति गुलिया ने 51 किलोग्राम और हिसार की शशि चोपड़ा ने 57 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया था। वहीं पलवल की अनुपमा ने 81 किलोग्राम और कैथल की नेहा यादव ने 81 से अधिक किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता था।
कृषि मंत्री आेमप्रकाश धनखड़ द्वारा दी गई गाय के साथ बॉक्सर साक्षी। साक्षी बहन नीतू ने खुद को मिली गाय लौटाई है।
विजेता बॉक्सरों के सम्मान में राजीव गांधी खेल स्टेडियम में साईं नेशनल बॉक्सिंग अकेडमी की तरफ से 29 नवंबर को समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने प्रदेश की इन छह बॉक्सरों को देसी गायें देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि गाय के दूध से जहां सुंदरता आती है, वहीं बुद्धि भी तीव्र हो जाती है। सभी बॉक्सरों को गायें दे दी गईं, लेकिन कुछ दिन बाद ही तीन बॉक्सर नीतू, ज्योति गुलिया और शशि चोपड़ा ने इन गायों को लौटा दिया।
दूध नहीं दे रही थी गाय : विजय हुड्डा
रूड़की गांव निवासी बॉक्सर ज्योति गुलिया के कोच विजय हुड्डा ने बताया कि कृषि मंत्री की घोषणा के कुछ दिन बाद ही ज्योति के घर पर गाय भेज भी दी गई थी, लेकिन उसने दूध ही नहीं दिया। ऐसे में कुछ दिन तक रखने के बाद उसे वापस भेजना पड़ा।
टक्कर मारती थी गाय, इसलिए भेज दी वापस : मनोज
भिवानी के गांव धनाना निवासी नीतू के चाचा व साक्षी के पिता मनोज का कहना है कि गाय तो कृषि मंत्री द्वारा भेज दी गई, लेकिन उसने दूध नहीं दिया। इतना ही नहीं वह परिवार के सदस्यों को सींग भी मारती थी। परेशान होकर गाय को वापस लौटाना पड़ा।
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'' हरियाणा की छह महिला बॉक्सर को देसी गाय डेयरी से खरीदकर भेंट की गई थी। कई बार गाय अलग जगह पर जाकर खुद को वहां के वातावरण में ढाल नहीं पाती। बेटियां उनके स्थान पर अपनी पसंद की गाय ले सकती हैं।
- ओपी धनखड़, कृषि मंत्री, हरियाणा सरकार।