करोंथा और डीघल के खेतों में जलजमाव, किसानों ने की निकासी की मांग
पश्चिमी विक्षोभ के चलते पिछले दिनों हुई जोरदार बारिश से डीघल और करोंथा के खेतों में जलजमाव हो गया है। जिसकी निकासी की मांग किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों से की है। ग्रामीण मंजीत सुखबीर सुरेंदर लीलू आदि किसानों ने बताया कि पिछले तीन दिनों की लगातार बारिश से करोंथा गांव के अनेक किसानों की गेहूं की फसल खराब हो रही है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : पश्चिमी विक्षोभ के चलते पिछले दिनों हुई जोरदार बारिश से डीघल और करोंथा के खेतों में जलजमाव हो गया है। जिसकी निकासी की मांग किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों से की है। ग्रामीण मंजीत, सुखबीर, सुरेंदर, लीलू आदि किसानों ने बताया कि पिछले तीन दिनों की लगातार बारिश से करोंथा गांव के अनेक किसानों की गेहूं की फसल खराब हो रही है। उनका दावा है कि दोनों गांवों की लगभग 400 एकड़ में जलजमाव बना हुआ है। जिसकी निकासी जरूरी है। अगर अगले दो तीन दिन में खेतों से जलजमाव की निकासी नहीं हो पाई तो रबी फसलें खराब हो जाएंगी। उन्होंने जिला प्रशासन से पंप सेट लगाकर पानी निकासी की गुहार लगाई है। किसानों को डर है कि अगर पानी नहीं निकला गया तो गेहूं की फसल खराब हो जाएगी। डीघल गांव के लोग अपने खेतों में से पानी गुजार कर नहर तक ले जाने के विरुद्ध हैं, हालांकि शाम को दोनों गांवों के ग्रामीण एकत्रित हुए और आपसी सहमति से दोनों गांवों की सीमा पर नाले की खुदाई कराई गई। ताकि खेतों में जमा पानी की निकासी की जा सके। किसानों का कहना है कि ड्रेन तक उन्होंने नाले की खुदाई कराई दी है लेकिन अब ड्रेन में पानी डालने के लिए पंप सेट व तेल की दरकार है। इसके लिए उन्होंने जल्द से जल्द पंप सैट व डीजल मुहैया कराने की मांग की है। किसानों का कहना है कि इस मामले में दोनों गांवों के किसान वीरवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी मिलेंगे।