1857 का संग्राम, हरियाणा के वीरों के नाम नाटक का होगा मंचन
जिला प्रशासन और सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में जाने-माने नाटककार हिस्सा लेंगे
जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि सन 1857 के संग्राम में हरियाणा का क्या योगदान रहा। हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ किस तरह बगावत की थी। हरियाणा के इसी अविस्मरणीय योगदान को याद करने के लिए चार जुलाई को शाम पांच बजे सुपवा यूनिवर्सिटी के सभागार में 1857 का संग्राम हरियाणा के वीरों के नाम नाटक का मंचन किया जाएगा। जिला प्रशासन और सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में जाने-माने नाटककार हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार ग्रोवर मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का मुख्य मकसद भावी पीढ़ी को हमारे पूर्वजों द्वारा दिए गए बलिदान से परिचित करवाना है। उन्होंने बताया कि आजादी के लिए अंबाला से फूटी पहली चिगारी तथा नसीबपुर की धरती पर महासंग्राम की कहानी को इस नाटक के माध्यम से दिखाया जाएगा। इसके अलावा इस संघर्ष में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से उठी आजादी की चिगारी को भी दिखाया गया है। इस नाटक में चंडीगढ़ और हरियाणा के 20 कलाकार मंचन करेंगे। नाटक का पहला मंचन 11 नवंबर 2021 को हुआ था। डा. बी चंद्रशेखर ने इसे लिखा था। इतिहास की सही जानकारी लोगों तक पहुंचाना सरकार का मकसद है। नाटक को प्रदेश के सभी जिलों में दिखाया जाएगा।