Move to Jagran APP

मिलों में बिक चुकी बीस हजार क्विंटल, मंडी में नहीं आई कपास

संवाद सहयोगी, महम : महम की अनाज मंडी में न आकर कपास सीधी मिलों में बिक रही है। जिससे

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 08:54 PM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 08:54 PM (IST)
मिलों में बिक चुकी बीस हजार क्विंटल, मंडी में नहीं आई कपास
मिलों में बिक चुकी बीस हजार क्विंटल, मंडी में नहीं आई कपास

संवाद सहयोगी, महम :

loksabha election banner

महम की अनाज मंडी में न आकर कपास सीधी मिलों में बिक रही है। जिससे मंडी में दुकान किए बैठे आढ़तियों में भारी रोष पनप रहा है। आढ़ती रामफल, सुनील रांगी, रामनिवास गोयत आदि ने बताया कि अधिकारियों की मिली भगत के चलते कपास मंडी में आने की बजाए सीधी मिलों में बिक रही है।

जिसके कारण आढ़तियों को आढ़त नहीं मिल रही है। आढ़तियों के प्रधान वजीर ¨सह रापड़िया ने बताया कि इसको लेकर सोमवार को सभी आढ़तियों की बैठक बुलाई गई है। उनकी मांग है कि दूसरी मंडियों की तरह यहां पर कपास की खरीद होनी चाहिए। इसको लेकर अधिकारियों से मिलकर समाधान की कोशिश की जाएगी। अगर उनकी बात पर गौर नहीं किया गया तो आगामी रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि मंडी में कपास न बिक कर सीधे मिलों में कपास बेचकर उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसमें मिल मालिक व अन्य अधिकारियों की मिलीभगत साफ झलक रही है। इसका जल्दी ही पर्दाफाश किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.