सांप के काटे किशोर की मौत के मामले में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित
-6 अगस्त को पीजीआइ में उपचार के दौरान हुई थी मौत -परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही क
-6 अगस्त को पीजीआइ में उपचार के दौरान हुई थी मौत
-परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया था
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जागरण संवाददाता, रोहतक : सांप के काटने के बाद पीजीआइ में दाखिल किए गए किशोर की मौत के मामले में अब तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है। परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी। इसके बाद पीजीआइ के अधिकारियों ने यह कदम उठाया है।
बता दें कि 5 अगस्त की शाम गांव आसन निवासी जयबीर पुत्र चतर सिंह के 16 वर्षीय बेटे हर्ष को सांप ने काट लिया था। परिजन किशोर को तुरंत पीजीआइ की इमरजेंसी विभाग में लेकर पहुंचे। जहां पर चिकित्सकों ने हर्ष को खतरे से बाहर बताया। इस दौरान चिकित्सकों ने बताया कि काटने वाला सांप अधिक जहरीला नहीं है, जिसके चलते एएसवी (एंटी स्नेक वेनम) लगाने की आवश्यकता नहीं है। शाम करीब साढ़े छह बजे राउंड पर आए विभागाध्यक्ष ने पूछताछ करने के बाद अधीनस्त चिकित्सक को एएसवी लगाने के आदेश दिए। वैक्सीन लगाने के तुरंत बाद हर्ष की बॉडी ने रिएक्शन शुरू करना शुरू कर दिया, जिससे उसके सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी होने लगी। इसके बाद भी चिकित्सकों ने हर्ष को वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। रात करीब 12 बजे स्थिति अधिक बिगड़ने पर चिकित्सक मरीज को आइसीयू में लेकर गए। इसके पांच मिनट बाद मौके पर तैनात चिकित्सक ने कहा कि मरीज के फेफड़ों में पानी भर गया है और अब इसका बचना मुश्किल है। इसके बाद करीब सवा तीन बजे हर्ष की मौत हो गई। मामले में अब पीजीआइ निदेशक डॉ. रोहताश यादव ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। टीम में मेडिसन विभाग के सीनियर प्रोफेसर डा. हरप्रीत, एनस्थीसिया विभाग के सीनियर प्रोफेसर डा. एसके सिघल व फॉरेंसिक विडाग के चिकित्सक और डीएमएस डा. जितेंद्र जाखड़ को शामिल किया है। निदेशक ने शीघ्र की प्रकरण की जांच रिपोर्ट मांगी है।