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युवती की ऑनर किलिंग में मुठभेड़ के बाद तीन बदमाश काबू, ससुराल वालाें को मारने आए थे

रोहतक में हुई युवती ममता की ऑनर किलिंग के मामले में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। ये बदमाश अब ममता के ससुराल वालों को मारने आए थे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 14 Aug 2018 10:47 AM (IST)Updated: Tue, 14 Aug 2018 10:47 AM (IST)
युवती की ऑनर किलिंग में मुठभेड़ के बाद तीन बदमाश काबू, ससुराल वालाें को मारने आए थे
युवती की ऑनर किलिंग में मुठभेड़ के बाद तीन बदमाश काबू, ससुराल वालाें को मारने आए थे

जेएनएन, रोहतक। शहर के पास स्थित सिंघपुरा गांव में पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ के बाद तीन बदमाशों को पकड़ा गया। ये बदमाश रोहतक के कोर्ट परिसर के बाहर प्रेम विवाह करने वाली युवती ममता और पुलिस सब इंस्‍पेक्‍टर में शामिल बताए जाते हैं। मंगलवार सुबह पुलिस की सीआईए1 के जवानों और बदमाशों के बीच यह मुठभेड़ हुए। तीनों बदमाश ममता हत्याकांड के मामले में फरार थे। ये बदमाश अब ममता के पति के परिवार को खत्‍म करना चाह रहे थे।

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एक बदमाश परविंदर को गोली लगी। उसके साथ दो अन्‍य प्रशांत ओर मोहित भी पकड़े गए। ऑनर किलिंग के मामले में शामिल बदमाश उत्‍तर प्रदेश के मेरठ के रहनेवाले हैं। बदमाश एक कार में जा रहे थे। उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं। ये बदमाश अब ममता के पति सोमी के परिवार को खत्म करने की मंशा से गांव सिंहपुरा आए थे।

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पुलिस को समय रहते इस बारे में इनपुट मिल गया और उसने बदमाशों काे घेर लिया। इस पर बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान सीआईए1 के इंस्पेक्टर नवीन जाखड़ भी गोली लगने से बाल बाल बचे। मुठभेड़ के दौरान बदमाशों और पुलिस के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। बदमाश ममता हत्याकांड में इस्तेमाल की गई यूपी नंबर की स्विफ्ट कार में सवार होकर गांव आए थे। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद कार को भी अपने कब्‍जे में ले लिया।

बता दें कि रोहतक में कोर्ट प‍रिसर के बाहर पिछले बुधवार को ऑनर किलिंग यह घटना हुई थी। गांव सिंघपुरा के युवक सोमी से अंतरजातीय विवाह करने वाली गद्दीखेड़ी गांव की ममता की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई थी। इस दौरान उसे बचाने के प्रयास में एक सब इंस्‍पेक्‍टर नरेंद्र कुमार भी बदमाशाें की गोलियों के शिकार हो गए थे।

 मुठभेड़ के बाद जब्‍त बदमाशों की कार।

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 जन्म देने और परवरिश करने वाले माता-पिता ने रची की हत्या की साजिश

ममता की हत्या की साजिश उसे जन्म देने वाले और पालने वाले माता-पिता ने रची थी। इस हत्याकांड को युवती के मौसेरे भाई ने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया।  वारदात के समय युवती का पिता (फूफा) भी हमलावरों के साथ मौजूद था। आर्य नगर थाना पुलिस ने इस मामले में चारों मां-बाप को गिरफ्तार कर लिया था।

बता दें कि मूलरूप से गद्दीखेड़ी गांव की रहने वाली ममता को हिसार रोड निवासी उसके फूफा रमेश ने गोद ले रखा था। पिछले साल ममता ने सिंहपुरा गांव निवासी सोमी के साथ अंतरजातीय प्रेम विवाह किया था। हालांकि नाबालिग होने के कारण अदालत ने उसे करनाल के नारी निकेतन भेज दिया था। वहीं उसके बालिग होने के फर्जी कागजात बनाने पर पति सोमी और ससुर को जेल भेज दिया था।

युवती की हत्‍या के मामले में गिरफ्तार उसकी जन्‍म देनेवाली मां और गोद लेेने वाली मां।

इसी मामले में पेशी के लिए ममता को करनाल पुलिस नारी निकेतन से लेकर आई थी। यहां परिजनों ने उसकी हत्या कर दी। शुक्रवार शाम को आर्य नगर थाना प्रभारी सुनीता की टीम ने ममता के असली पिता रामकेश और मां सरिता और उसे गोद लेने वाले पिता (फूफा) रमेश और मां(बुआ) कृष्णा को गिरफ्तार कर लिया। वहीं हत्याकांड में प्रयुक्त बाइक को भी बरामद कर लिया।

25 जुलाई को देना था हत्याकांड को अंजाम

पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि हत्याकांड का मास्टरमाइंड ममता की मौसी का लड़का मोहित उर्फ मंगलू है। इससे पहले उन्होंने 25 जुलाई को ममता की हत्या की साजिश रची थी। साजिश के तहत ममता के असली पिता रामकेश ने 25 जुलाई को रोहतक कोर्ट में आकर रेकी की थी। मगर उस दिन वह वारदात को अंजाम नहीं दे सके। वहीं बुधवार को वारदात के समय दो आरोपित बाइक पर थे, जबकि अन्य कार में थे।

युवती की हत्‍या के मामले में गिरफ्तार पिता और उसे गोद लेेने वाले फूफा।

हत्या के लिए उत्तरप्रदेश से साथियों को लेकर आया था मंगलू

आरोपितों ने बताया कि मोहित उर्फ मंगलू हत्याकांड को अंजाम देने के लिए उत्तरप्रदेश से अपने साथियों को लेकर आया था। वह सभी ममता की पेशी से एक दिन पहले ही रोहतक पहुंच गए थे। मगर मंगलू ने उन्हें अपने घर की बजाय इधर-उधर रखा था। साजिश के तहत बुधवार सुबह नौ बजे ही वे कोर्ट में पहुंच गए। पहले कोर्ट के बाहर घटना को अंजाम देना था, लेकिन पुलिस की मौजूदगी के कारण उन्हें अपना इरादा बदलना पड़ा।

हमलावरों को पता था कि सोनीपत स्टैंड के पास पहुंचने के बाद ममता और पुलिसकर्मी ऑटो में सवार होकर बस स्टैंड जा सकते हैं। इसीलिए ऑटो में बैठने से पहले ही उसे और एसआइ नरेंद्र को मार डाला। मंगलू ने अपने साथियों पर खर्च करने के लिए कुछ दिन पहले ही एक लाख रुपये उधार लिए थे।

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