दुष्कर्म पीड़िता ने किया बच्चे को रखने से इंकार, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पास जाएगा बच्चा
जागरण संवाददाता रोहतक शहर की एक कालोनी में दुष्कर्म का शिकार पीड़िता ने नवजात को र
जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर की एक कालोनी में दुष्कर्म का शिकार पीड़िता ने नवजात को रखने से इंकार कर दिया। पीड़िता का कहना है कि उसे यह बच्चा नहीं रखना। हालांकि नाबालिग की काउंसिलिग चल रही है, लेकिन जिस तरीके से पीड़िता बच्चा रखने से इंकार कर रही है तो उसके बाद बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पास भेजा जाएगा। जल्दी ही इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।
दरअसल, 16 वर्षीय एक नाबालिग लड़की के साथ पड़ोस का रहने वाला युवक काफी समय से दुष्कर्म कर रहा था। विरोध करने या परिवार को बताने पर आरोपित उसे लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा था। कुछ दिन पहले नाबालिग की हालत बिगड़ी, जिसके बाद परिजन उसे लेकर डाक्टर के पास पहुंचे। जांच में पता चला कि नाबालिग करीब आठ माह की गर्भवती है। मामले का पता चलते ही परिजनों ने आरोपित के खिलाफ महिला थाने में शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पिछले सप्ताह पीड़िता ने पीजीआइ में लड़के को जन्म दिया। तभी से वह पीजीआइ में भर्ती है। अब पीड़िता ने बच्चे को रखने से इंकार कर दिया। मंगलवार को महिला थाना प्रभारी कमलेश के अलावा चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्य भी पीजीआइ में पहुंचे। पीड़िता का कहना है कि बिना शादी के बच्चे को किस तरीके से अपने पास रखेगी और समाज के लोग भी उसे ताने देंगे। फरवरी में हुई थी आरोपित की शादी
पुलिस के अनुसार, आरोपित और पीड़िता का घर आमने-सामने होने के कारण दोनों परिवार की अच्छी जान-पहचान थी। फरवरी माह में आरोपित की शादी भी हो गई थी। इसके बाद भी किसी को कुछ पता नहीं चला। बहादुरगढ़, रेवाड़ी और कैथल में भेजा जा सकता है बच्चा
बच्चे को रखने के बारे में नाबालिग के परिजनों से भी पूछा जाएगा। यदि उन्होंने भी बच्चे को रखने से इंकार कर दिया तो बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पास भेजा जाएगा। जहां पर कुछ दिन रखने के बाद बच्चे को स्टेट रिसोर्स एडोप्शन एजेंसी भेजा जाएगा। प्रदेश में स्टेट रिसोर्स एडोप्शन एजेंसी के बहादुरगढ़, रेवाड़ी, कैथल और यमुनानगर में सेंटर है। नाबालिग ने कई दिन पहले बच्चे को जन्म दिया था, जिसे अब उसने रखने से मना कर दिया है। ऐसे में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों से बातचीत की गई है, जिससे बच्चे को वहां पर भेजा जा सके।
- इंस्पेक्टर कमलेश, थाना प्रभारी महिला थाना