मजदूरों से कॉपी बनवाने और रिन्यू कराने के नाम पर पैसे वसूल रहे एजेंट को धुना
श्रम विभाग कार्यालय के नाम पर वसूली के खेल का मामला सामने आया ह
जागरण संवाददाता, रोहतक : श्रम विभाग कार्यालय के नाम पर वसूली के खेल का मामला सामने आया है। विभाग के नाम पर एजेंट ने गांव-गांव जाकर मजदूरों से उनकी कॉपी बनवाने और रिन्यू कराने के नाम पर 500-500 रुपये वसूले, लेकिन फिर भी उनका काम नहीं कराया। सोमवार को सीटू और वैदिक वीरांगना संघ ने योजना बनाकर महिला मजदूरों के साथ मिलकर एजेंट को लघु सचिवालय में पकड़ लिया, जिसकी जमकर पिटाई की गई और पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपित के खिलाफ आर्य नगर थाने में शिकायत दी गई है।
दरअसल, सोमवार दोपहर के समय काफी संख्या में महिला मजदूर सीटू के प्रधान विनोद कामरेड और वैदिक वीरांगना संघ की अध्यक्ष प्रोमिला आर्य के नेतृत्व में लघु सचिवालय में आए हुए थे। इसी दौरान मजदूरों से रुपये वसूलने वाले एजेंट को उन्होंने पकड़ लिया। आरोपित की जमकर पिटाई की गई। मजदूरों का आरोप था कि उनकी श्रम विभाग में हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की कॉपी बनती है। इसमें मजदूरों को एक निर्धारित राशि मिलती है और वह श्रम विभाग के रिकार्ड में रजिस्टर हो जाता है। पिछले कुछ दिनों से विभाग के नाम पर एक व्यक्ति गांव-गांव जाकर महिला मजदूरों को बहकाता था कि वह विभाग में कार्यरत है और उनकी कॉपी बनवा देगा। साथ ही जिसकी कॉपी पहले से बनी हुई है वह भी घर बैठे-बैठे ही रिन्यु हो जाएगी। काफी दिन बीतने के बाद भी एजेंट ने महिला मजदूरों को कॉपी नहीं दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। आर्य नगर थाना पुलिस आरोपित को अपने साथ लेकर चली गई। आरोपित खरक बैंसी गांव का रहने वाला है, जिससे पूछताछ की जा रही है। 105 रुपये के एवज में लिए जा रहे थे 500-500
मजदूरों का कहना है कि नई कॉपी बनवाने की राशि 105 रुपये हैं, जिसके एवज में वह मजदूरों से 500-500 रुपये लेता था, जबकि रिन्यु कराने का चार्ज 300 रुपये हैं। इसके लिए भी एक हजार तक रुपये वसूलता था। प्ला¨नग के तहत पकड़ा रंगेहाथ
मजदूरों की शिकायत के बाद सीटू के प्रधान विनोद कामरेड ने एक महिला मजदूर को एजेंट के पास भेजा। उसे कुछ रुपये दिए कि जाकर मजदूर से कहे कि उसे नई कॉपी बनवानी है। महिला उसके पास पहुंची, जिस पर आरोपित ने महिला से रुपये ले लिए। इसके बाद सभी ने मिलकर आरोपित को पकड़ लिया। तब जाकर उसकी पिटाई की गई। आरोपित के पास से तीन हजार रुपये भी बरामद किए गए। एक महिला कर्मचारी को देता था रुपये
भीड़ के सामने आरोपित ने खुद स्वीकार किया कि वह इसमें अकेला नहीं है। विभाग में कार्यरत एक महिला कर्मचारी को भी रुपये दिए जाते हैं, तभी नई कॉपी और पुरानी कॉपी जल्दी रिन्यु होती है। इस पर मजदूरों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने उपायुक्त को भी लिखित में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। पकड़ा गया आरोपित मजदूरों का काम कराने के लिए रुपये लेता था। फिलहाल पूछताछ की जा रही है। उच्च अधिकारियों से बातचीत की जाएगी, तभी मामला दर्ज होगा।
- राकेश सैनी, थाना प्रभारी आर्य नगर।