पानी की समस्या दूर करने पहुंचे एसडीएम के सामने बिफरे ग्रामीण
संवाद सहयोगी, कलानौर : काहनौर डिस्ट्रीब्यूटरी में टेल तक पानी न पहुंचने के चलते काहनौर
संवाद सहयोगी, कलानौर :
काहनौर डिस्ट्रीब्यूटरी में टेल तक पानी न पहुंचने के चलते काहनौर, निगाना, कटेसरा, चिमनी व सांगाहेड़ा के ग्रामीणों ने ¨सचाई विभाग के अधिकारियों पर पानी कम दिए जाने व चोरी करने वाले किसानों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए रोष जताया है। किसानों ने आरोप लगाया कि विभाग के बेलदार व कर्मचारी भी पानी चोरी करने वाले किसानों से डरते हैं, इसलिए नहर में पाइप लगाने व मोगे को तोड़ने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से डरते हैं। दरअसल कटेसरा गांव के लोगों का एक दल जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग से उनके कार्यालय में मिला था। ग्रामीणों ने उपायुक्त को बताया था कि तीन महीने में बामुश्किल उन्हें 13 दिन ही पानी मिलता है जोकि लगातार भी नहीं मिलता। इसके अलावा नहर में पानी इतना कम आता है कि वो जल विभाग के टैंक तक भी नहीं पहुंच पाता जिसके चलते उन्हें पीने का पानी भी खरीदना पड़ रहा है। इसके अलावा गांव के तालाबों तक भी पानी न पहुंचने के चलते पशु भी प्यासे रह जाते हैं। ग्रामीणों की समस्या पर कार्रवाई करते हुए एसडीएम राकेश कुमार ¨सचाई विभाग के एक्सईएन रामनिवास, एसडीओ एससी खन्ना व जेई के साथ काहनौर निगाना मार्ग पर बनी तिमुंहा नहर पर पहुंचे। टीम के पहुंचने की खबर मिलते ही आठ गांवों के किसान मौके पर पहुंचे एसडीएम के सामने ही ¨सचाई विभाग के अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई। ग्रामीणों ने एसडीएम राकेश कुमार को बताया कि नहर में पानी इतना कम पहुंचता है कि उनकी फसल भी सूखने लगी है।
सांगाहेड़ा गांव के किसानों ने बताया कि उनके खेतों में इसी नहर का पानी लगता है। इस माइनर पर लगे मोगे को कुछ प्रभावशाली किसान तोड़ देते हैं और यही नहीं प्रभावशाली किसान बेलदारों को भी पीट देते हैं। इस पर एसडीएम ने ¨सचाई विभाग के अधिकारियों को पानी चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाने को कहा। एसडीएम ने किसानों व ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उन्हें उनके हक का पूरा पानी दिलवाया जाएगा। तब जाकर किसान शांत हुए। मैं सुबह 10 बजे से ही इस नहर पर पेट्रो¨लग कर रहा हूं। रात के अंधेरे में कुछ किसान पानी को चोरी छिपे पाइप लगाकर अपने खेतों में पानी लगा रहे हैं। कई बार उनके पाइप जब्त भी किए जा चुके हैं। बाकि पानी चोरी पर अंकुश लगाने के लिए कलानौर थाना प्रभारी से मदद ली जा रही है। जो भी किसान पानी चोरी करता पाया गया उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा।
- रामनिवास, एक्सईएन, ¨सचाई विभाग हरियाणा, पंजाब व राजस्थान के लिए 43000 एमएएफ पानी की मांग है। लेकिन इस समय मात्र 17700 एमएएफ पानी की आपूर्ति ही नियमित रूप से तीनों राज्यों को मिल रही है। दूसरा नहर में पानी आने के बाद किसान पानी की चोरी करते हैं। रात को मैं खुद तीन बजे तक नहर पर गश्त करता रहा हूं।
एससी खन्ना, एसडीओ मैंने नहर का मुआयना कर किसानों की समस्या सुन ली है। किसानों का कहना है कि नहर में पानी दो दिन में बंद हो जाता है। अभी नहर में पांच दिन पानी और चलेगा। अगर इससे पहले पानी बंद हो जाता है तो ग्रामीण उनके पास फोटो भेज सकते हैं। किसानों को व ग्रामीणों को पूरा पानी मिलेगा। बाकि जो लोग पानी की चोरी कर रहे है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राकेश कुमार, एसडीएम