प्रशासन का बोल्ड फैसला : डीसी रेट पर बुलाए गए ड्राइवर, ट्रायल के बाद पुलिस की निगरानी में हुआ 13 बसों का संचालन
जागरण संवाददाता, रोहतक रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल में सरकार झुकने को तैयार नही
जागरण संवाददाता, रोहतक
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल में सरकार झुकने को तैयार नहीं। कर्मचारियों ने भी अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल घोषित कर दी है। हड़ताल के चलते जनता को हो रही परेशानी से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने बोल्ड फैसला लेते हुए सुबह ही डीसी रेट के ड्राइवर बुलाए गए थे। इन ड्राइवरों के सोमवार को सुबह से ही ट्रायल लिया गया। ट्रायल में बसों का संचालन करने के लिए योग्य पाए गए ड्राइवरों से सुबह से ही बसों का संचालन शुरू करा दिया गया। कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। शाम तक करीब 13 बसों का संचालन करा दिया गया। फिलहाल अंदरखाते योजना बन रही है कि बड़े पैमाने पर ट्रायल करके योग्य ड्राइवरों से सभी रूट पर रोडवेज की बसों का संचालन कराया जाए। हालांकि देर रात तक ट्रायल बड़े ही गोपनीय तरीके से होने की सूचना है।
रविवार को बुलाए होमगार्ड ने संभाला कंडक्टरी का मोर्चा
रोडवेज प्रशासन ने रविवार को 80 होमगार्ड मांगे थे। जिनमें भारी वाहन चलाने का तीन साल पुराने लाइसेंस की योग्यता रखने वाले होमगार्ड से बसों का संचालन कराना था। जबकि इतने ही साल पुराने कंडक्टर का लाइसेंस रखने वालों को कंडक्टर बनाया जाना था। इनसे अस्थाई तौर से बसों का संचालन कराया जाना था। हालांकि होमगार्ड के अधिकारियों को 55 ही ऐसे होमगार्ड मिले थे। जिनमें 17 कंडक्टर के लिए पात्र मिले, जिनमें 14 के सही दस्तावेज मिले थे। जबकि चार बसों का संचालन करने के लिए ड्राइवर पद के लिए। हालांकि ड्राइ¨वग करने आए चार चयनित होमगार्ड ट्रायल में भी फेल हो गए थे। अब इन्हीं होमगार्ड को कंडक्टर बनाया।
लंबे रूट वाली बसों के साथ जिले की सीमा तक गई पुलिस की गाड़ी साथ
रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि हड़ताल के तीसरे दिन बसों पर पथराव हुआ था। इसलिए सुरक्षा के लिहाजे से कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। जो गाड़ियां लंबे रूट पर भेजी गई थीं, उनके साथ जिले की सीमा तक एक-एक गाड़ी पुलिस की भेजी गई। जबकि छोटे रूट पर जाने वाली बसों के साथ दो-दो पुलिस कर्मी साथ आए। होमगार्ड को कंडक्टर बनाकर साथ भेजा। जिससे यात्रियों को परेशानी न हो। वहीं, कड़ी सुरक्षा के बीच बसों का संचालन हुआ तो यात्रियों ने राहत की सांस ली।
मुख्यालय की ओर से भेजे गए दस चालकों का हुआ मेडिकल
चंडीगढ़ मुख्यालय की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं की अगस्त में भर्ती की थी। जिसमें प्रदेशभर में 172 युवाओं को चयनित किया गया था। हालांकि इन्हें ज्वाइ¨नग नहीं मिली थी। शनिवार की आधी रात में ज्वाइ¨नग का इन्हें पत्र मिला तो रोहतक के लिए कुल दस चालक रविवार को पहुंच गए। सोमवार को संबंधित चालकों ने मेडिकल करा लिया और फाइल भी पूरी हो गई। मंगलवार को कार्रवाई पूरी होते ही यह चालक भी बसों के संचालन में लगाए जाएंगे।
हंगामे की आशंका के चलते पुलिस बल बढ़ाया
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि रोडवेज बसों का संचालन होने से कर्मचारियों की हड़ताल कमजोर पड़ सकती है। बसों में करीब पांच-छह दिन बाद यात्री बैठे तो उन्हें भी सुकून मिला। इसलिए प्रशासन को आशंका है कि कहीं कर्मचारी नेता बसों के संचालन में खलल डालने के लिए हंगामा न कर दें, यही कारण था कि बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात रहा। अतिरिक्त पुलिस बल के साथ ही दमकल व दूसरे सुरक्षा से संबंधित वाहन कार्यशाला और बस स्टैंड के निकट खड़े किए गए।
------------
जो भी बसों का संचालन सही तरीके से कराना जानते थे और योग्यता उनकी पूरी थी, उनसे बसों का संचालन कराया गया। पुलिस सुरक्षा के हिसाब से हमने बुलवाई है। जिससे कोई परेशानी न हो और यात्री भी भयभीत न हों।
राहुल जैन, महाप्रबंधक, रोडवेज
-- इन रूट पर पुलिस की निगरानी में संचालित हुई रोडवेज की बसें :
रूट : समय
जींद : 7.35 बजे सुबह
महम : 7.40 बजे सुबह
सोनीपत : 11.40 बजे सुबह
जींद : 11.43 बजे सुबह
भिवानी : 11.55 बजे सुबह
दादरी : 12 बजे दोपहर
पानीपत : 12.20 बजे दोपहर
बहादुरगढ़ : 12.20 बजे दोपहर
दिल्ली : 12.23 बजे दोपहर
दिल्ली : 12.24 बजे दोपहर
हिसार : 12.35 बजे दोपहर
दिल्ली : 01 बजे बजे दोपहर
रेवाड़ी : 1.05 बजे दोपहर
नोट : रोडवेज वर्कशॉप से संचालन के लिए निकाली गईं बसों के हिसाब से समय।