प्रशासन ने दिखाई सख्ती, हंगामे के बाद पीछे हटे रोडवेज कर्मी, शुरू हुआ बसों का संचालन, हड़ताल हुई बेअसर
जागरण संवाददाता, रोहतक : रोडवेज कर्मचारियों की रोहतक डिपो में हड़ताल शुरुआती दो
जागरण संवाददाता, रोहतक :
रोडवेज कर्मचारियों की रोहतक डिपो में हड़ताल शुरुआती दो घंटे गहमागहमी के बाद बेअसर हो गई। जिला प्रशासन और रोडवेज अधिकारियों की सख्ती के बाद सुबह आठ बजे ही बसों का संचालक पूरी तरह से सुचारू हो गया था।प्राइवेट बसों को रोडवेज के बेड़े में शामिल करने के अलावा अन्य मांगों को लेकर हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर चक्का जाम की घोषणा की गई थी।
प्राइवेट बसें को रोडवेज के बेड़े में शामिल नहीं होने और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार हरियाणा रोडवेज वर्कर्स के आह्वान पर रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल शुरुआती दो घंटे गहमागहमी के बाद बेअसर हो गई। हालांकि सुबह चार बजे जैसे ही डिपो से बसों का संचालन शुरू हुआ कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के सामने उनकी एक न चली। पुलिस-प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए सुबह आठ बजे से सामान्य रूप से बसों का संचालन शुरू कराया।
प्रदेश सरकार के रोडवेज के बेड़े में 700 निजी बसों को शामिल करने के फैसले के खिलाफ रोडवेज कर्मियों ने हड़ताल का ऐलान किया था। हड़ताल की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और पुलिस पहले से ही अलर्ट रहा। इसके लिए रोहतक तहसीलदार गुलाब ¨सह को डिपो पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाया गया। तहसीलदार सुबह तीन बजे ही नया बस स्टैंड पर अर्बन एस्टेट थाने की पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। वहीं मौके पर उनके साथ रोडवेज जीएम राहुल जैन भी अधिकारियों के साथ मौजूद रहे। अधिकारियों ने सुबह करीब चार बसे जैसे ही वर्कशॉप से विभिन्न रूटों की 20 बसों को निकाला गया। हड़ताल कर रहे कई कर्मचारी बसों के आगे लेट गए। इस दौरान पुलिस और रोडवेज कर्मचारियों में नोकझोंक भी हुई। उसके बाद पुलिस-प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए उनको बसों के आगे से हटाया और बसों का संचालन शुरू हो गया। सुबह सात बजे रोडवेज के कर्मचारियों ने बसों का संचालन बंद कराने के लिए हंगामा शुरू कर दिया और बसों को बंद करने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनने लगे। अधिकारियों के सख्त रवैये के आगे हड़ताल कर रहे रोडवेज के कर्मचारियों की एक भी नहीं चली। रोहतक एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि भारी पुलिस बल की मौजूदगी में रोडवेज जीएम सहित कई अधिकारियों को लेकर सुबह आठ बजे से दोबारा बसों का संचालन शुरू कराया। उसके बाद डिपो से सभी रूटों की बसें चलनी शुरू हो गई और इस दौरान हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने कोई हंगामा नहीं किया। एक घंटे तक बसों के इंतजाम में खड़े रहे यात्री
सुबह सात बजे से आठ बजे तक सभी बूथ पर यात्री बसों के इंतजार में खड़े रहे लेकिन किसी भी बूथ पर बस नहीं आई। रोहतक से प्रदेश के विभिन्न जिलों और दिल्ली में सैकड़ों लोग नौकरी करते है, जो रोजाना रोडवेज की बसों में यात्रा करते है। सुबह एक घंटे तक बसों का संचालन नहीं होने से नौकरीपेशा वाले यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रोडवेज बस पास होने के बाद भी इन यात्रियों को निजी वाहनों में सफर करना पड़ा। देर शाम तक नया बस स्टैंड पर तैनात रहा भारी पुलिस बल
हड़ताल पर बैठे रोडवेज कर्मचारियों के हंगामे की संभावना को देखते हुए देर शाम तक नया बस स्टैंड पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार गुलाब ¨सह ने बताया कि हड़ताल कर रहे रोडवेज कर्मचारियों ने बसों के संचालन का विरोध किया, लेकिन उनकी बातों को दरकिनार करते हुए और यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए डिपो से बसों का संचालन शुरू कराया गया। वर्जन
सुबह सात बजे से सुबह आठ बजे तक बसों का संचालन बंद रहा। इस दौरान यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस-प्रशासन की सख्ती के सामने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की नहीं चली और सुबह आठ बजे से सुचारू रूप से डिपो से सभी रूट की बसों का संचालन शुरू कराया गया। बसों के संचालन को बाधित और हड़ताल में शामिल कर्मचारियों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उन सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राहुल जैन, महाप्रबंधक रोडवेज रोहतक डिपो