शहर में स्नेचरों का आतंक, दो घंटे में मोबाइल स्नेचिग की तीन वारदात
रोहतक शहर में शनिवार रात एक बार फिर से बाइक सवार स्नेचरों का अ
जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर में शनिवार रात एक बार फिर से बाइक सवार स्नेचरों का आतंक रहा। स्नेचरों ने करीब दो घंटे के अंदर शहर के अलग-अलग इलाकों में सिलसिलेवार मोबाइल स्नेचिग की तीन वारदातों को अंजाम दिया। खास बात यह है कि जिन स्थानों पर वारदात हुई है वे सभी आर्य नगर, सिटी थाना और पीजीआइ थाने के अंतर्गत आते हैं। वारदात को अंजाम देने वाले आरोपित भी एक ही थे। पुलिस रात भर स्नेचरों के पीछे रही, लेकिन पता नहीं चल सका। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। केस : 1
चिन्योट कालोनी निवासी साहिल ने बताया कि वह रात करीब 9:20 बजे पुराना आइटीआइ पुल के पास किराने की दुकान पर सामान लेने गया था। टाइम देखने के लिए फोन निकाला, तभी पीछे से एक बाइक पर तीन युवक आए और झपट्टा मारकर मोबाइल छीन लिया। पीड़ित ने आरोपितों को पकड़ने के लिए शोर मचाया और उनका पीछा भी किया, लेकिन वह हाथ नहीं आ सके। आर्य नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। केस : 2
दूसरी वारदात पावर हाउस के पास हुई। शौरा कोटी का रहने वाला सन्नी पेस्टी पैलेस में ड्यूटी खत्म कर मेडिकल मोड़ की तरफ से अपने घर जा रहा था। पावर हाउस से थोड़ा आगे निकलते ही दिल्ली बाईपास की तरफ से एक बाइक पर तीन युवक आए और बीच में बैठे युवक ने झपट्टा मारकर मोबाइल छीन लिया। यहां पर भी आरोपित ने उन्हें पकड़ने के लिए शोर मचाया, लेकिन उनकी बाइक की स्पीड इतनी तेज थी कि वह पलक झपकते ही वहां से फरार हो गए। पीजीआइ थाना पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है। केस : 3
तीसरी वारदात सिटी थाना क्षेत्र में हुई। महाबीर कालोनी का रहने वाला रघुबीर सिंह रात के समय नए पार्क के पास घूमने के लिए गया था। सड़क पर चलते समय वह मोबाइल पर बात कर रहा था। रात करीब 9:35 बजे सुखपुरा चौकी के पास एक बाइक पर तीन आरोपित आए और झपटा मारकर मोबाइल छीन लिया। इससे पहले कि पीड़ित कुछ समझ पाता आरोपित वहां से फरार हो गए। सूचना मिलने पर सिटी थाना पुलिस समेत अन्य थानों की पुलिस ने भी आरोपितों की तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चल सका। पहले भी हो चुकी हैं सिलसिलेवार स्नेचिग
शहर में सिलसिलेवार स्नेचिग की यह पहली वारदात नहीं है। पिछले साल भी चार माह के अंदर करीब पांच वारदात इसी तरह से हुई थी। जिसमें एक ही बाइक सवार चंद घंटे के अंदर मोबाइल या फिर चेन स्नेचिग कर वहां से फरार हो जाता था। हालांकि कई मामलों का खुलासा हो चुका है, जबकि कुछ अभी बाकी है। देखना यह है कि पुलिस इस मामले का खुलासा कब तक कर पाती है।