वार्ता विफल, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे स्वास्थ्य कर्मी, आज नहीं लगेंगे टीके
फोटो संख्या : 10 -दूसरे दिन भी स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ वर्करों ने नहीं किया काम, स्वास्थ्य सेवाए
फोटो संख्या : 10
-दूसरे दिन भी स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ वर्करों ने नहीं किया काम, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
-तकनीकी घोषित किए जाने और ग्रेड पे को 2400 से 4200 बढ़ाने की कर रहे हैं मांग
जागरण संवाददाता, रोहतक :
बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रहा। पंचकूला स्थित उच्चाधिकारियों के बुलावे पर स्टेट यूनियन बात करने के लिए गई थी लेकिन वार्ता विफल रही। इसलिए अब हड़ताल आगे भी जारी रहेगी। वहीं, स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने के लिए सप्ताह के दूसरे कार्यदिवस को भी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई। अब बुधवार को भी बच्चों और महिलाओं को लगने वाले टीकाकरण का कार्य बंद रहेगा। इसके अतिरिक्त, पहले से ही एंटी लारवा अभियान और टीबी के मरीज खोजने का अभियान बंद है।
सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर जिला प्रधान कुलताज मलिक की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक हुई। सभी स्वास्थ्य कर्मी यहीं पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। उन्होंने बताया कि जब तक सरकार की ओर से उन्हें तकनीकी कर्मी नहीं घोषित कर दिया जाता और इसके लिए ग्रेड पे बढ़ाकर 4200 रुपये नहीं हो जाता है, वह हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने बताया कि जब तक इस संबंध में नोटिफिकेशन नहीं जारी किया जाएगा, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। वहीं, संचालन कर रहे जिला सचिव मुकेश कुमार ने बताया कि सरकार की वादाखिलाफी और बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को ना मानने के कारण एसोसिएशन के कर्मचारी अब काम पर नहीं जा रहे हैं। जिला की स्वास्थ्य विभाग की सभी सेवाओं को बंद कर दिया गया है। जब तक उनकी मांग नहीं मान ली जाती है, तब तक कोई भी कार्य नहीं किया जाएगा। मिनिस्ट्रियल यूनियन के जिला प्रधान जयकिशन ने अपना समर्थन एसोसिएशन को दिया। पूर्व स्टेट प्रधान निर्मल बल्हारा, जगबीर सिवाच, प्रधान सुरेन्द्र देशवाल, बब्ली देवी, सुनीता देवी, कमलेश, सरोज, प्रदीप, रमेश, बिजेंद्र, रामतिलक, प्रमोद, सतीश, नरेन्द्र नारा, अनिल, सुनीता, कुलदीप, सुदेश अनिता, सुमित्रा व सभी कर्मचारी मौजूद रहे। ये स्वास्थ्य सेवाएं चरमराईं -
-एन्टी लार्वा एक्टिविटी शहर व गांव में बंद
-टीबी के मरीजों को नहीं मिल रही है दवा
-बुखार के मरीज की नहीं बन रही स्लाइड
-डेंगू केस का नहीं किया जा रहा फॉलोअप
- मलेरिया के मरीज को नहीं मिल रहा इलाज
- गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन व जांच बंद
- डेथ व बर्थ रजिस्ट्रेशन का काम हुआ प्रभावित
- बुधवार को टीकाकरण का काम होगा प्रभावित।