सुरक्षा कर्मियों के समर्थन में छात्र संगठनों ने एमडीयू गेट पर दिया धरना
रोहतक । महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में ठेके पर लगे सुरक्षा कर्मियों के सम
जागरण संवाददाता, रोहतक :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में ठेके पर लगे सुरक्षा कर्मियों के समर्थन में बुधवार को छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर धरना दिया। गेट को बंद कर ताला जड़ना चाहते थे, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उनको रोक दिया। सुरक्षा कर्मियों के समर्थन में विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ व छात्र संगठन ने आंदोलन तेज किया तो कुलपति ने तुरंत बैठक बुलाकर एजेंसी के अधिकारियों को सुरक्षा कर्मियों के वेतन व एरियर देने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही, कुछ महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए ताकि भविष्य में इस तरह का विवाद उत्पन्न न हो। विवि अधिकारी व एजेंसी प्रबंधन के उचित आश्वासन के बाद शाम को सुरक्षा कर्मी हड़ताल खत्म कर काम पर लौट गए।
एमडीयू के गेट नंबर-एक पर सुबह करीब 11 बजे धरने पर बैठे सुरक्षा कर्मियों के बीच विभिन्न छात्र संगठनों के प्रतिनिधि पहुंचे और गेट पर ताला जड़ दिया। गेट पर ताला जड़ने के बाद आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वहां पर भारी पुलिस बल पहले से तैनात था। मामले की गंभीरता को देखते हुए छात्र कल्याण विभाग के डीन प्रो. राजकुमार और चीफ हॉस्टल वार्डन प्रो. रणदीप राणा व मुख्य सुरक्षा नियंत्रक तरूण शर्मा मौके पर पहुंचे और छात्रों को उचित आश्वासन देकर गेट खुलवाया। कुलपति ने बुलाई आपात बैठक, दिए कंपनी प्रबंधन को सख्त निर्देश
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने दोपहर को आउट सोर्सिंग सुरक्षा कर्मियों के मुद्दे पर बैठक ली। जिसमें कुलसचिव प्रो. गुलशन तनेजा, डीन, स्टूडेंट वेल्फेयर प्रो. राजकुमार, प्रॉक्टर प्रो. एससी मलिक, चीफ वार्डन बॉयज प्रो. रणदीप राणा, चीफ वार्डन गर्लज प्रो. संजू नंदा, एनएसएस समन्वयक प्रो. रणबीर सिंह गुलिया, वित्त अधिकारी मुकेश भट्ट, निदेशक यूनिवर्सिटी कंप्यूटर सेंटर डा. जीपी सरोहा, एनसीसी प्रभारी विकास सिन्धु, सुरक्षा नियंत्रक तरूण शर्मा, गैर शिक्षक कर्मचारी संघ प्रधान कुलवंत मलिक शामिल हुए। ईगल हंटरस की ओर से वाइस प्रेसीडेंट विवेक सूद तथा महाप्रबंधक प्रोजेक्ट्स सुनील खटाना को भी बैठक में बुलाया गया। कुलपति ने सुरक्षा एजेंसी के प्रतिनिधियों को वेतन तथा पुराने एरियर जारी करने के स्पष्ट आदेश दिए। साथ ही, कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है। यह निर्णय लिया गया कि प्रतिमाह दो तारीख तक सुरक्षा एजेंसी वेतन बिल एमडीयू सुरक्षा कार्यालय में जमा करवाएंगे। एमडीयू सुरक्षा कार्यालय छह तारीख तक वेतनमान हेतु हाजिरी की जांच करेगा। दस तारीख तक लेखा शाखा की ओर से वेतन बिल पर भुगतान कर दिया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसी को एरियर बिल भी विश्वविद्यालय लेखा कार्यालय में जमा करराने के निर्देश दिए। इस संदर्भ में फरवरी माह तक एरियर बिल क्लीयर करने का दिशा-निर्देश सुरक्षा एजेंसी को दिया गया। कुलपति ने स्पष्ट शब्दों में सुरक्षा एजेंसी को सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त करने की हिदायत दी।