एमडीयू हॉस्टल में कमरा नहीं मिलने पर छात्र ने पिया स्प्रे
रोहतक एमडीयू के हिमगिरी हॉस्टल में एमए द्वितीय वर्ष के छात्र ने जहरीला
जागरण संवाददाता, रोहतक : एमडीयू के हिमगिरी हॉस्टल में एमए द्वितीय वर्ष के छात्र ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या का प्रयास किया। आनन-फानन में उपचार के लिए पीजीआइ में भर्ती कराया गया। आरोप है कि छात्र की गैरमौजूदगी में अधिकारियों ने उसके कमरे का ताला तोड़कर दूसरे छात्र को दे दिया। इस वजह से वह कई दिनों से परेशान था।
मूलरूप से हिसार का रहने वाला छात्र जोन पासवान एमडीयू में एमए द्वितीय वर्ष का छात्र है, जो हिमगिरी हॉस्टल के कमरा नंबर 41 में रहता था। शुक्रवार शाम करीब पांच बजे जोन गेट नंबर एक के पास पड़ा था। उसके मुंह से झाग निकल रहे थे। काफी देर तक भी किसी ने छात्र को नहीं उठाया। पता चलने पर छात्र नेता जोगेंद्र शास्त्री उर्फ जोगा वहां पहुंचे और छात्र को उठाकर पीजीआइ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। समय पर उपचार मिलने से छात्र की जान बचा ली गई। आरोप है कि छात्र कई दिन पहले घर गया हुआ था। इस बीच हॉस्टल वार्डन शक्ति सिंह ने उसके कमरे का ताला तुड़वाकर दूसरे छात्र को आवंटित कर दिया। उसका सामान भी बाहर फेंक दिया गया। वापस लौटने पर छात्र को इसका पता चला। इसी वजह से वह कई दिनों से परेशान घूम रहा था। छात्र का आरोप था कि उसके 50 हजार रुपये और अन्य सामान भी चोरी कर लिया गया। इसकी शिकायत पुलिस में भी दी गई थी। छात्र ने अधिकारियों से भी गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। इसके बाद शुक्रवार शाम उसने जहरीला पदार्थ निगल लिया। उसके पास से स्प्रे की बोतल भी बरामद हुई है। उधर, इस मामले में हॉस्टल वार्डन का पक्ष जानने के लिए दैनिक जागरण की तरफ से दो बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। आवाज उठाने पर किया जा रहा परेशान
जिस छात्र ने आत्महत्या का प्रयास किया है उसने कुछ समय पहले हॉस्टल में बिजली और पानी की समस्या उठाई थी। इस वजह से वार्डन उससे चिढ़ते थे और उन्होंने जान-बूझकर छात्र का उत्पीड़न करना शुरू कर दिया था। शुक्रवार को भी छात्र के बारे में पता चलने पर किसी ने उसे पीजीआइ में भर्ती कराना भी उचित नहीं समझा।
जोगेंद्र शास्त्री उर्फ जोगा, छात्र नेता
यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों को परेशान कर रहा है। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। कार्रवाई की मांग को लेकर उच्च अधिकारियों से भी मिला जाएगा। यदि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की गई तो यूनिवर्सिटी में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा। छात्रों का उत्पीड़न किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रदीप देशवाल, प्रदेशाध्यक्ष इनसो
छात्र को इस बार हॉस्टल आवंटित करने का फार्म ही नहीं आया था। बिना फार्म के हॉस्टल आवंटित नहीं किया जा सकता। इस बार यह कमरा दूसरे छात्र को आवंटित कर दिया गया था, लेकिन जोन पासवान ने 14 अगस्त को कमरे का ताला तोड़कर अपना सामान रख लिया था। दूसरे छात्र ने इसकी शिकायत की। इसके बाद चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर ने खुद मौके पर जाकर दूसरे छात्र को कमरा दिलाया।
- प्रो. जेपी यादव, चीफ वार्डन एमडीयू