महिला वर्ग में सोनीपत की नीलू राय और पुरुष वर्ग में बहादुरगढ़ के मनोज रहे बेस्ट प्लेयर
जागरण संवाददाता, रोहतक : राजीव गांधी खेल स्टेडियम में हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड की ओर स
जागरण संवाददाता, रोहतक : राजीव गांधी खेल स्टेडियम में हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड की ओर से आयोजित मंडल स्तरीय श्रमिक खेल प्रतियोगिता में दूसरे दिन रोचक मुकाबले हुए। शुक्रवार को हुए रस्साकशी मुकाबले में रोहतक के खिलाड़ी विजयी रहे। वहीं, 200 मीटर दौड़ मुकाबले में बहादुरगढ़ के मनोज पहले, रोहतक के जितेंद्र दूसरे व रोहतक के ही अमित तीसरे स्थान पर रहे। महिला वर्ग में सोनीपत की नीलू राय जबकि पुरुष वर्ग में बहादुरगढ़ के मनोज रहे बेस्ट प्लेयर चुने गए। खेल प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करने वाले विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया। श्रम कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रमेश बल्हारा मुख्यातिथि रहे और उन्होंने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इससे पहले मुख्यातिथि बल्हारा ने सभी खिलाड़ियों से परिचय भी किया। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को खेलों में भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। श्रम कल्याण अधिकारी विकास हुड्डा ने मुख्यातिथि को स्मृति चिह्न भेंट किया। इस अवसर पर एडीशनल एडवोकेट जनरल रामनिवास हुड्डा, उप श्रम आयुक्त आरके सैनी, भाजपा जिला अध्यक्ष अजय बंसल, श्रम निरीक्षक बलबीर ¨सह, बोर्ड के सदस्य भूषण चुघ, नरेश इंदौरा आदि उपस्थित थे। बता दें कि दो दिवसीय प्रतियोगिता में चार जिलों के 300 से अधिक श्रमिकों ने प्रतिभा दिखाई। श्रमिक कल्याण के लिए लागू की योजनाएं : रमेश बल्हारा
इस अवसर पर संबोधित करते हुए हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रमेश बल्हारा ने कहा है कि राज्य सरकार ने श्रमिकों के कल्याण के लिए अनेक योजनाओं को क्रियांवित किया है। पंजीकृत श्रमिकों को औजारों के लिए अनुदान राशि बढ़ाकर 8 हजार रुपये की गई। उन्होंने श्रमिकों से भी आग्रह करते हुए कहा कि वे अपना पंजीकरण करवाकर इन योजनाओं का लाभ लेना सुनिश्चित करें। पंजीकृत श्रमिकों की बेटी की शादी में कन्यादान राशि को बढ़ाकर एक लाख एक हजार किया गया है। जबकि श्रमिक को बेटे की शादी में दी जाने वाली राशि भी बढ़ाकर 21 हजार रुपये की गई है। सरकार उठा रही तकनीकी शिक्षा का पूरा खर्च
श्रमिक के बच्चों को पहली से स्नात्तकोतर कक्षा तक की शिक्षा के लिए सरकार की ओर से 20 हजार रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के लिए सरकार की ओर से पूरा खर्च वहन किया जा रहा है। भवन एवं सन्निर्माण श्रमिकों को दी जाने वाली निशक्ता पेंशन की राशि बढ़ाकर तीन हजार रुपये मासिक की गई है।