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रोहतक में झुग्गियों पर गिरी दीवार, महिला और बच्चे की मौत

रोहतक के भिवानी रोड स्थित पालिका कालोनी में सोमवार देर रात हुई बारिश से जनस्वास्थ्य विभाग के डिस्पोजल के पीछे वाली दीवार झुग्गी-झोपड़ियों पर गिर गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 10:05 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 10:05 AM (IST)
रोहतक में झुग्गियों पर गिरी दीवार, महिला और बच्चे की मौत
रोहतक में झुग्गियों पर गिरी दीवार, महिला और बच्चे की मौत

जागरण संवाददाता, रोहतक : भिवानी रोड स्थित पालिका कालोनी में सोमवार देर रात हुई बारिश से जनस्वास्थ्य विभाग के डिस्पोजल के पीछे वाली दीवार झुग्गी-झोपड़ियों पर गिर गई। मलबे के नीचे दबने से एक महिला और पांच साल के बच्चे की मौत हो गई, जबकि एक गर्भवती महिला समेत चार लोग घायल हो गए। घायल पीजीआइ में भर्ती हैं।

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जनस्वास्थ्य विभाग के डिस्पोजल प्लांट में पीछे की साइड करीब नौ फिट ऊंची दीवार है। दीवार के किनारे करीब 100 से अधिक परिवार झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं। रात करीब ढाई बजे तेज बारिश से दीवार गिर गई। मलबा कई झुग्गी-झोपड़ियों पर आ गिरा। कई लोग मलबे के नीचे दब गए। आनन-फानन में उन्हें बाहर निकालकर पीजीआइ ले जाया गया, जहां पर 23 वर्षीय शिवानी पत्नी जयसिंह और पांच वर्षीय आदर्श पुत्र शौकीन को मृत घोषित कर दिया। जयसिंह, शौकीन और उसकी पत्नी रेशमा, ढाई वर्षीय आसिब घायल हो गए। शिवाजी कालोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। दोपहर को डीएसपी महेश कुमार और एसडीएम राकेश कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए 21-21 हजार की मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद शवों का अंतिम संस्कार किया।

जाके राखे साइयां मार सके ना कोए

जयसिंह और उसकी पत्नी शिवानी के साथ उनका दो माह का बेटा जलाल और ढाई वर्षीय आसिब भी सो रहा था। जिस समय दीवार का मलब उनकी झोपड़ी पर गिरा तो पूरा परिवार नीचे दब गया। इसमें शिवानी की मौत हो गई, जबकि बाकी दोनों भी जख्मी हो गए। लेकिन जलाल को खरोंच तक नहीं आई।

पता होता नहीं आता यहां पर : जयसिंह

जयसिंह का कहना है कि उसने तीन माह पहले ही यहां पर झुग्गी बनाई थी। इससे पहले वह कुछ ही दूरी पर दूसरी जगह रहता था। उसे क्या पता था कि यहां पर उसका परिवार इस तरह बर्बाद हो चुका है। मलबे के नीचे दबने के बाद उसकी पत्नी शिवानी दर्द से चिल्ला रही थी, लेकिन वह कुछ नहीं कर पा रहा था। इस काली रात को वह जीवन भर नहीं भूलेगा।

मृतक के परिवारों को मिले 10-10 लाख का मुआवजा : जिलाध्यक्ष

हादसे के बाद हरियाणा वाल्मीकि महासभा के जिलाध्यक्ष राजेश बोहत भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों का मदद दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही मौके पर पहुंचे डीएसपी और एसडीएम से मांग करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। जिलाध्यक्ष का कहना है कि आर्थिक मदद के लिए बुधवार को उपायुक्त से भी मिला जाएगा। वर्जन

दीवार के पीछे विभाग का डिस्पोजल है। कुछ लोग इसे हमारे विभाग की दीवार बताकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं। फिलहाल जानकारी जुटाई जा रही है।

- विशाल बंसल, एसई पब्लिक हेल्थ


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