धीरे-धीरे खुल रही ओवरलोडिग के खेल की परतें, तीन और नए नामों का खुलासा
जागरण संवाददाता रोहतक ओवरलोडिग वाहनों से वसूली के खेल की परत धीरे-धीरे खुल रही है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : ओवरलोडिग वाहनों से वसूली के खेल की परत धीरे-धीरे खुल रही है। रिमांड पर लिए गए चरखी दादरी आरटीए के सहायक सचिव से पूछताछ के बाद तीन और नए नामों का खुलासा हुआ है, जो नाम सामने आए हैं वह कर्मचारी फिलहाल चरखी दादरी और नारनौल आरटीए कार्यालय में तैनात हैं। इसके साथ ही रोहतक के भी दो अन्य कर्मचारी पुलिस के रडार पर आ गए हैं। पुलिस दावा कर रही है कि जल्दी ही इस मामले में और बड़ा खुलासा किया जाएगा, जिसके सबूत जुटाए जा रहे हैं।
यह था मामला
पुलिस की विशेष टीम ने पिछले सप्ताह ओवरलोड वाहनों से वसूली कर रहे आरोपित खरमाणा गांव निवासी रविद्र उर्फ काला और डेयरी मुहल्ला निवासी सुरेंद्र राठी को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद चरखी दादरी जिले के आरटीए के सहायक सचिव मनीष मदान और क्लर्क अमित को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। चारों आरोपितों के पास से कुल साढ़े 63 लाख रुपये भी बरामद किए गए थे। पुलिस ने आरोपितों को दो दिन के रिमांड पर ले रखा था। जिसके बाद मनीष मदान के रिमांड की अवधि एक दिन बढ़ा दी गई थी। मंगलवार को रिमांड पूरा होने पर मनीष मदान को भी कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अब यह हुआ खुलासा
डीएसपी नरेंद्र कादियान ने बताया कि इन चारों आरोपितों के अलावा रोहतक आरटीए कार्यालय के टीएसआइ और सोनीपत कार्यालय के एक कर्मचारी भी इसमें शामिल है। हालांकि अभी तक इनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इन दोनों के अलावा भी आरोपित मनीष मदान से पूछताछ के बाद अब तीन और नए कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं, जो फिलहाल में चरखी दादरी और नारनौल आरटीए कार्यालय में तैनात है। वसूली के इस खेल में यह आरोपित भी बराबर की भूमिका निभाते थे। इस पूरे प्रकरण में अब पुलिस के निशाने पर रोहतक, सोनीपत और चरखी दादरी आरटीए कार्यालय आ गया है। पुलिस की मानें तो इन कार्यालयों से जुड़े कई अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी इस खेल में शामिल है। पुलिस की जांच में जैसे-जैसे अन्य आरोपितों के नामों का खुलासा हो रहा है उससे इन कार्यालयों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। सूत्रों की मानें तो रोहतक आरटीए कार्यालय में शामिल कर्मचारी का नाम जब से सामने आया है यहां के कई कर्मचारी छुट्टी लेकर चले गए हैं। फिलहाल पुलिस सभी तथ्यों पर गहनता से जांच कर रही है। सैकड़ों मोबाइल नंबर की जांच में जुटी पुलिस
आरोपितों के पास से मोबाइल और लैपटॉप भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने करीब 100 से अधिक मोबाइल नंबर जुटाए हैं, जिन नंबरों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि इन नंबरों की जांच के बाद कई मामले सामने आएंगे। मोबाइल नंबर से पता चल जाएगा कि इस खेल में कौन-कौन व्यक्ति शामिल है और उसकी क्या भूमिका है।
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