वास्तविक लागत मूल्य हो निर्धारित, तभी परियोजनाएं की शिफ्टिग संभव
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सेक्टर-21 पार्ट कमर्शियल(काठमंडी) और आटो मार्केट-ट्रांसपोर्ट नगर सेक्टर-18 और सेक्टर-18ए में प्लाट की बिक्री नहीं होने के कारण शहर से शिफ्टिग नहीं हो रही है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सेक्टर-21 पार्ट कमर्शियल(काठमंडी) और आटो मार्केट-ट्रांसपोर्ट नगर सेक्टर-18 और सेक्टर-18ए में प्लाट की बिक्री नहीं होने के कारण शहर से शिफ्टिग नहीं हो रही है। अब विधायक भारत भूषण बतरा ने इसको लेकर सार्थक कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चंडीगढ़ में मुलाकात की। समाधान निकालने का सुझाव देते हुए अतिशीघ्र शिफ्टिग की मांग की। हालांकि एचएसवीपी 2018 में इन तीनों ही सेक्टरों में कुल 1686 प्लॉट बिक्री के लिए ई-ऑक्शन में प्लाट बिक्री के लिए रख चुका है। लेकिन रेट अधिक होने के कारण प्लाट की बिक्री को लेकर विरोध हो गया क्योंकि दुकानदार सस्ते दाम पर प्लाट खरीदना चाहते हैं।
सेक्टर विकसित करने की वास्तविक लागत पर हो प्लाटों की बिक्री : बतरा
विधायक भारत भूषण बतरा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। उन्होंने इन परियोजनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि एचएसवीपी ने 113 एकड़ जमीन कापरेटिव डिपार्टमेंट से खरीदी थी, यहां पर पहले शुगर मिल थी। इसके लिए करीब 95 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। इंफ्रास्ट्रक्चर, पब्लिक यूटिलिटी, पार्किंग व अन्य जगह को काटकर सारा खर्च मिलाकर भूमि की कीमत के आधार पर विक्रय मूल्य निर्धारित किया जाए। विभाग को करीब नौ व दस हजार प्रति वर्ग गज से ज्यादा नहीं आएगा। इसलिए इसी दर पर दुकानदारों को प्लाट दिए जाने चाहिए थे। लेकिन विभाग की तरफ से 30 हजार रुपये रेट रखे, जिसके कारण बिक्री नहीं हो सकी। इसलिए सरकार पॉलिसी बनाकर दस हजार रुपये प्रति गज से प्लाटों का आबंटन करें ताकि शीघ्र शहर से इनको शिफ्ट किया जा सके। मुख्यमंत्री ने वास्तविक खर्च पर आबंटन करने का आश्वासन दिया है। ऑटो-ट्रक मार्केट में रेट और लोकेशन को लेकर फंसा है मामला
आटो मार्केट और ट्रक मार्केट में प्लाट खरीदने के लिए 35880 रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर के दाम तय थे। ऑटो-ट्रक मार्केट के पदाधिकारी, दुकानदार, ट्रांसपोर्टर 15 हजार रुपये से अधिक में प्लाट खरीदने की स्थिति में नहीं हैं। दूसरा पेच लोकेशन को लेकर भी फंसा हुआ है। दरअसल, एसोसिएशन ने शुगर मिल के सामने ही दोनों सेक्टरों के लिए जमीन देने की मांग रखी थी। एसोसिएशन का तर्क था कि शुगर मिल के पीछे रिहायशी कालोनी है। दो तरफ नाला है। रिहायशी कालोनियों के निकट ट्रक व दूसरे वाहनों की भीड़ के चलते परेशानी बढ़ जाएगी। दोबारा से अतिक्रमण और जाम से लोग त्रस्त रहेंगे। दोनों ही मामलों में विवाद सुलझा नहीं, इसलिए प्लाट नहीं बिक सके। हादसों और जाम से मिलेगी शहर को निजात
फिलहाल हिसार रोड पर दिन में मुख्य सड़क के सहारे करीब 500-700 चार पहिया वाहन खड़े रहते हैं। इससे हादसों के साथ ही जाम की समस्या बनी रहती है। रात के वक्त इन्हीं वाहनों की संख्या बढ़कर 2000-2500 तक हो जाती है। पिछले नौ साल से शिफ्टिग की मांग उठ रही है, लेकिन योजना सिरे नहीं चढ़ सकी। ऑटो मार्केट और ट्रांसपोर्ट नगर की शिफ्टिग के लिए हमारी मांगें नहीं मानी गई। प्लाटों के दाम अनाप-शनाप है और लोकेशन भी सकी नहीं है। इतने महंगे दामों पर प्लट खरीदना संभव ही नहीं है।
संजय दलाल, प्रधान, ट्रक-आटो मार्केट एसोसिएशन, हिसार रोड ऐसे समझें प्लॉट बिक्री की स्थिति और रेट को लेकर विवाद
1. काठमंडी में 34 हजार से अधिक रेट
सेक्टर-21 पार्ट काठमंडी में प्लाट के रेट 34684 रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर हैं, लेकिन एसोसिएशन 10 हजार प्रति स्क्वेयर मीटर के रेट के हिसाब से ही प्लाट खरीदना चाहती है। काठमंडी में कुल 642 प्लाट पिछली बार बिक्री के लिए रखे गए थे। फिलहाल विवाद के चलते आक्शन से आगे ही मामला नहीं बढ़ा।
2. सेक्टर-18 में भी फंसा मामला
सेक्टर-18 यानी आटो मार्केट में बिक्री के लिए कुल 808 प्लाट हैं। इस कमर्शियल सेक्टर में प्लॉट खरीदने के लिए 35880 रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर के हिसाब दाम तय हैं।