सीवर लाइन ठप, खुले में शौच को जा रहे लोग
जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम के वार्ड 20 स्थित राजीव कालोनी में सीवर व्यवस्था बदहाल है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम के वार्ड 20 स्थित राजीव कालोनी में सीवर व्यवस्था बदहाल है। मजबूरन कालोनीवासियों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा महिलाओं और बच्चों को इससे दिक्कत हो रही है। महिलाओं को दिन निकलने से पहले शौच के लिए जाना पड़ता है। सीवर लाइन कई जगहों से लीक है। सड़क पर गंदा पानी फैल जाता है। जिससे मच्च्छरजनित बीमारियां फैल रही हैं। लोगों ने बताया कि 15 सालों से कालोनी में रह रहे हैं। लेकिन आज तक पानी की लाइन तक नहीं बिछाई गई है। कालोनी की सड़कें भी कच्ची हैं। अधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई समाधान नहीं जा रहा है। आलम यह है कि खराब सड़कें होने के कारण कचरा उठाने वाली गाड़ी भी नहीं आती है। कालोनीवासी मोनू ने बताया कि पूरे मुहल्ले में स्ट्रीट लाइटें भी नहीं लगाई गई हैं। शाम 6 बजे के बाद सड़कों पर अंधेरा छा जाता है। सुरक्षा व्यवस्था भी ठीक नहीं है। पुलिस इस ओर कभी गश्त नहीं लगाती है। अव्यवस्थाएं होने से लोग बिके हुए प्लाटों पर घर नहीं बना रहे हैं।
---------------------- प्रधानमंत्री पूरे भारत को खुले में शौच मुक्त करने की बात करते हैं। लेकिन हमारी कालोनी में सीवर ही बदहाल है। कई गलियों में तो सीवर लाइन है ही नहीं। मजबूरन लोग खुले में शौच के लिए जा रहे हैं। दूसरी ओर सीवर लीक होने से गंदा पानी सड़क पर फैल जाता है। दिनभर दुर्गंध आती रहती है। गलियां कच्ची होने के कारण नमी बन गई है। जिससे घरों में दरारें तक आ गई है।
- नीलम, कालोनीवासी कालोनी में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा पड़ा है। लोग खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर हैं। मच्छरों की संख्या बहुत बढ़ गई है। मैं खुद डेंगू से पीडित हूं। प्रशासन की ओर से आज तक फो¨गग नहीं करवाई गई है।
- ईश्वर ¨सगल, कालोनीवासी हमारे घर में सड़क पर फैले सीवर के पानी के कारण दरारें आ गई है। कई बार शिकायत करने पर भी सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई है। ऐसा चलता रहा तो कालोनी से पलायन करना पड़ेगा।
- इंद्रावती कालोनी में एक दो गलियों को छोड़ सीवर लाइन नहीं बिछाईं गए हैं। दिन निकलने से पहले शौच के लिए जाना पड़ता है। बारिश और ठंड में बहुत दिक्कत होती है। अधिकारी हमारी समस्याओं की सुध नहीं ले रहे हैं।
- शशि, कालोनीवासी प्लाट खरीदते समय 20 फुट चौड़ी सड़क और बेहतर सीवरेज और पानी की बात बताई गई थी। लेकिन दो सालों तक तो बिजली के खंबे ही नहीं लगाए गए थे। सड़क तो अभी भी नहीं बनाई गई है और न ही बनने के आसार दिखे रहे हैं।
- संतोष