आरक्षण आंदोलन में दर्ज मुकदमों को वापस ले सरकार : सर्वखाप पंचायत
बोहर गांव स्थित नांदल भवन में हरियाणा सर्वखाप पंचायत की तरफ से सर्वखाप पंचायत का आयोजन हुआ। इसमें जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मारे गए युवाओं को श्रद्धांजलि दी गई।
जागरण संवाददाता, रोहतक : बोहर गांव स्थित नांदल भवन में हरियाणा सर्वखाप पंचायत की तरफ से सर्वखाप पंचायत का आयोजन हुआ। इसमें जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मारे गए युवाओं को श्रद्धांजलि दी गई। इससे पहले यज्ञ किया गया, जिसमें शीशपाल शास्त्री पुरोहित, संजीत नांदल यजमान और फतेह सिंह मलिक ब्रह्मा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नांदल खाप प्रधान ओमप्रकाश नांदल और संचालक महासचिव संजीत नांदल व मलिक खाप प्रतिनिधि अशोक मलिक ने संयुक्त रूप से किया
युवाओं को श्रद्धांजलि देने के बाद चार प्रस्ताव पारित किए गए। इसमें आरक्षण आंदोलन के समय दर्ज मुकदमों को वादे के अनुसार प्रदेश सरकार वापस लें, आंदोलन के समय विभिन्न संगठनों के माध्यम से करोड़ों रुपयों का चंदा इकट्ठा किया गया था उसे जल्दी से जल्दी पीड़ित परिवारों को बांटा जाए। अगर एक माह में चंदा नहीं बांटा गया तो दोबारा से सर्वखाप पंचायत बुलाई जाएगी।
नांदल खाप प्रवक्ता देवराज नांदल ने कहा कि नांदल भवन में चंदे के नाम पर जो रुपया लिया गया था वह तत्कालीन प्रधान समेत अन्य लोगों की ओर से गठित कमेटी के पास है। इसका वर्तमान कार्यकारिणी से कोई संबंध नहीं है। पिपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की निदा की गई और सरकार से किसानों की मांग पूरी करने का आह्वान किया। वहीं हिदू विवाह अधिनियम में भी संशोधन की मांग की गई, जिससे अपने गोत्र और भाईचारे के गांवों में हो रही शादियों पर प्रतिबंध लग सके। आंदोलन में मारे गए युवाओं के स्वजनों और केस लड़ने वाले वकीलों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विधायक बलराज कुंडू, राष्ट्रीय प्रवक्ता सूबे सिंह सैमाण, प्रधान तुलसी ग्रेवाल, प्रधान कुलदीप मलिक, प्रधान ओमप्रकाश धनखड़, लोकहित संस्था के प्रधान चंचल नांदल, जाट मित्र संघ दिल्ली के संरक्षक आजाद सिंह, जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचपी पिहार, दलबीर नैन, प्रधान महाबीर दहिया, रमेश दलाल, धूप सिंह, दिल्ली रसूलपुर-81 के प्रधान रामकिशन, राणा खाप के राष्ट्रीय प्रधान कृष्ण सिंह सरपंच, और नांदल खाप के कोषाध्यक्ष सुरेश कुमार आदि मौजूद रहे।