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पहले भी मुठभेड़ में पकड़ा जा चुका है संदीप उर्फ डीसी, जमानत पर आने के बाद हुआ था फरार

जागरण संवाददाता रोहतक महम थाना पुलिस और सीआइए-1 की मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Mar 2020 07:02 PM (IST)Updated: Thu, 19 Mar 2020 06:13 AM (IST)
पहले भी मुठभेड़ में पकड़ा जा चुका है संदीप उर्फ डीसी, जमानत पर आने के बाद हुआ था फरार
पहले भी मुठभेड़ में पकड़ा जा चुका है संदीप उर्फ डीसी, जमानत पर आने के बाद हुआ था फरार

जागरण संवाददाता, रोहतक : महम थाना पुलिस और सीआइए-1 की मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए गए संदीप उर्फ डीसी से पूछताछ के बाद कई मामलों का खुलासा हुआ है। वर्ष 2017 में भी वह मुठभेड़ में पकड़ा गया था, जो जमानत पर आने के बाद फरार हो गया था। दो मामलों में कोर्ट ने आरोपित को भगौड़ा भी घोषित कर रखा था। फिलहाल आरोपित का उपचार पीजीआइ में चल रहा है।

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प्रेस कांफ्रेंस करते हुए डीएसपी हेड क्वार्टर गोरखपाल ने बताया कि मंगलवार देर शाम महम थाना प्रभारी नवीन जाखड़ और सीआइए-1 की टीम ने मुठभेड़ े दौरान वांछित चल रहे आरोपित निदाना गांव निवासी संदीप उर्फ डीसी को गिरफ्तार किया था। आरोपित ने पुलिस टीम पर फायरिग भी की थी। सहायक उप निरीक्षक विनोद कुमार ने बचाव करते हुए आरोपितों के पैरों की तरफ फायर किया। गोली लगने से आरोपित घायल हो गया था। जिसका पीजीआइ में उपचार चल रहा है। आरोपित के पास से बाइक और पिस्तोल भी बरामद की गई थी। जांच में सामने आया कि आरोपित 10वीं पास है। उसका कई साल पहले गांव के रहने वाले गब्धू और उसके भाई के साथ झगड़ा हुआ था। रंजिश के चलते दोनों गुटों में अक्सर झगड़ा होता रहा है। दोनों पक्षों के खिलाफ महम थाने में कई मामले दर्ज है। आरोपित कई माह से फरार चल रहा था। उसके साथी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। इससे पहले भी वह मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार हो चुका था। आरोपित से पूछताछ के बाद कई अन्य मामलों का खुलासा हो सकता है।

यह है आरोपित का रिकार्ड

1. दिसंबर 2014 में आरोपित ने गांव के एक युवक के साथ मारपीट की थी, जिसका मामला महम थाने में दर्ज है।

2. जुलाई 2017 में आरोपित ने अपने साथी संदीप उर्फ बंटी, अनुज उर्फ ढीला और शुभम उर्फ अतुल के साथ मिलकर फरमाणा रोड पर लूट की वादात के इरादे से खड़े थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

3. जून 2018 में आरोपित ने अपने साथियों के साथ मिलकर निदाना निवासी तकदीर के साथ मारपीट कर दी थी। इस मामले में आरोपित जमानत पर आने के बाद फरार चल रहा था।

4. जुलाई 2018 में आरोपित ने साथियों के साथ मिलकर गांव के ही सत्यनारायण को जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में भी आरोपित जमानत पर आने के बाद फरार हो गया था।

5. दिसंबर 2018 में आरोपित ने गाड़ी में सवार होकर खरक जाटान अड्डे पर आल्टो कार में टक्कर मार दी थी। जिसके बाद युवकों से कार लूट ली थी। यह मामला लाखनमाजरा थाने में दर्ज हुआ था।

6. अगस्त 2019 में आरोपित ने साथियों के साथ मिलकर निदाना गांव निवासी अनिल से मारपीट की थी।

7. जनवरी 2020 में आरोपित ने खेतों में जाकर निदाना निवासी जयभगवान को जान से मारने की नीयत से गोली मारी थी। यह मामला भी महम थाने में दर्ज है।


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