जिस घर में होता बेटियों का सम्मान, वहां नारायण का वास : साध्वी मानेश्वरी
रोहतक के माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन गुरु मां गायत्री के सानिध्य में रविवार को रामनवमी पर्व मनाया गया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन गुरु मां गायत्री के सानिध्य में रविवार को रामनवमी पर्व मनाया गया। गद्दीनशीन मानेश्वरी देवी ने भक्तों के साथ मिलकर भगवान राम दरबार की पूजा व भक्तिमय भजन गाकर मंत्रमुग्ध किया। इसके बाद भंडारा लगाया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भगवान राम के आदर्शों पर चलकर ही हम समाज में फैली तमाम बुराइयों को समाप्त कर सकते हैं। 14 वर्ष के वनवास पर जाकर भगवान राम ने यह संदेश दिया कि हम अहंकार, लालच और लोभ त्याग कर समाज में आदर्श जीवन प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा कि जगत में सत्संग के बिना कुछ भी संभव और सुलभ नहीं है। नवरात्रों में जिस कन्या के स्वरूप की मां मानकर पूजा करते हैं, व्यवहारिक जीवन में उसे केवल उपभोग की वस्तु मान बैठे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि नारी की प्रतिमा को पूजने का बीड़ा उठाया है, न कि नारी को पूजने का। जिस घर में मां-बहन व बेटियों का सम्मान होता है वहां नारायण का वास होता। सचिव गुलशन भाटिया ने बताया कि कार्यक्रम में हनुमान सेवा दल और संकीतन मंडल का सहयोग रहा।