मानसरोवर कालोनी में फिर से शुरू हुआ सर्वे, शहर में एजेंसी को हर हाल में करानी होगी मुनादी
जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रॉपर्टी टैक्स का सर्वे शनिवार को फिर से शुरू हुआ। ट्रायल के
जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रॉपर्टी टैक्स का सर्वे शनिवार को फिर से शुरू हुआ। ट्रायल के तौर पर मानसरोवर कॉलोनी में टैक्स के सर्वे का काम शुरू हुआ था। शुक्रवार को मानसरोवर कॉलोनी में पहुंची 50 सदस्यीय टीम को स्थानीय लोगों ने फर्जी बताते हुए लौटा दिया था। यही कारण था कि निगम प्रशासन ने मामला संज्ञान में लिया। पहले दिन 171 प्रॉपर्टी मालिकों का सर्वे किया गया। वहीं, एजेंसी से जुड़े अधिकारी कहते हैं कि सर्वे का काम तेजी से होगा। इसके बाद सभी रिहायशी, व्यावसायिक और दूसरी कॉलोनियों में काम शुरू होगा।
यहां बता दें कि शुक्रवार को मानसरोवर कॉलोनी से शुरू हुआ सर्वे अब सभी 276 कॉलोनियों में होगा। नए सिरे से हो रहे सर्वे में संपत्तियों का पूरा ब्योरा ऑनलाइन भरा जा रहा है। सर्वे का फायदा बताया जा रहा है कि इससे खामियां 95 फीसद तक दूर होंगी। हालांकि नए सिरे से शुरू हुए सर्वे को लेकर मानसरोवर कॉलोनी में विरोध हुआ था। लोगों का तर्क था कि पहले सर्वे के नाम पर ठगी हो चुकी है। नगर निगम की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई है। इसलिए टीम को ही सर्वे करने से रोक दिया था। शनिवार को टीम फिर से मानसरोवर कॉलोनी में पहुंची। निगम अफसरों के आदेशों की कॉपी और जो भी कर्मचारी सर्वे करने पहुंचे थे, उन्हें पहचान-पत्र भी गले में डालने के आदेश दिए गए। इसलिए लोगों से कोई विरोध नहीं किया और पहले दिन सर्वे की शुरूआत हो गई। एजेंसी को शहर में करानी होगी मुनादी
प्रॉपर्टी टैक्स के सर्वे के कार्य से जुड़ी एजेंसी के अधिकारियों का दावा है कि संबंधित एजेंसी को आदेश दिए हैं कि वह हर हाल में दोबारा से शहरी क्षेत्र में मुनादी करे। जिससे शहरी जनता को पता चल सके कि प्रॉपर्टी टैक्स का सर्वे होने वाला है। जिससे सर्वे करने पहुंचने वाली टीम को कहीं भी विरोध का सामना न करना पड़े। कुछ कॉलोनियों में ड्रोन से सर्वे रह गया, मानसरोवर कॉलोनी के ऊपर सोमवार को उड़ेगा ड्रोन
जयपुर की एजेंसी को 80 शहरों में सर्वे का कार्य सौंपा गया है। सर्वे से जुड़े सुपरवाइजर नरेंद्र ने दावा किया है कि अभी कुछ कालोनियों में ड्रोन से भी सर्वे होना है। इनका यह भी कहना है कि पहले ड्रोन से सर्वे होता है। जब सर्वे का कार्य पूरा हो जाता है तो गूगल मैप पर जाकर ऑनलाइन इसी मैप की मदद से सर्वे होगा। सर्वे के दौरान प्लॉट, मकान, दुकान, संस्थान, इमारत, फैक्टरी आदि का क्षेत्रफल व दूसरी जानकारी अपलोड की जाती हैं। सर्वे पूरा होने के बाद प्रॉपर्टी मालिक के फोन पर सर्वे होने के साथ ही एक अस्थाई क्यूआर कोड नंबर आएगा। बाद में स्थाई क्यूआर कोड नंबर मिलेगा। इसी क्यूआर नंबर में पूरा ब्योरा अपडेट होगा।