प्राध्यापकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने ली नशा न करने की शपथ
जागरण संवाददाता, रोहतक : मादक पदार्थो का सेवन न करने, न करने देने और विश्वविद्यालय परिसर
जागरण संवाददाता, रोहतक : मादक पदार्थो का सेवन न करने, न करने देने और विश्वविद्यालय परिसर समेत पूरे समाज में ड्रग-फ्री परिवेश बनाने के लिए मंगलवार को मदवि में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आइएचटीएम में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने नशा न करने की शपथ ली।
डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. राजकुमार ने कहा कि समाज में युवा वर्ग मादक पदार्थों और अल्कोहल के नशे का आदी पर बनता जा रहा है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि उनके परिवार असैा समाज के लिए भी नुकसानदायक है। यदि हमें स्वस्थ समाज का निर्माण करना है तो इसमें नशाखोरी को खत्म करना होगा।
डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर अजय कुमार राजन ने कहा कि हमें मानसिक शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य यानि की समग्र स्वास्थ्य के बारे में सोचना होगा। उन्होंने कहा कि पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ अच्छे स्वास्थ्य की ओर भी विद्यार्थियों को ध्यान देना होगा। इसी प्रकार लाइफ- वर्क बैलेंस पर भी प्राध्यापकों और विद्यार्थियों को ध्यान देना होगा। प्रोफेसर राजन ने अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लि¨वग के सदप्रयासों का विशेष उल्लेख किया।
निदेशक जनसंपर्क सुनीत मुखर्जी ने जीवन के विकट परिस्थितियों का सामना करने के लिए मानसिक विकास का आह्वान करते हुए अल्कोहल तथा अन्य मादक पदार्थों का सेवन न करने की सलाह दी। उन्होंने नशाखोरी को बढ़ावा देने वाले नारको -टेरेरिज्म के बारे में भी बताया। कार्यक्रम के आयोजन में निदेशक आइएचटीएम प्रोफेसर आशीष दहिया, निदेशक कंप्यूटर साइंस डा. जीपी सरोहा और सहायक निदेशक युवा कल्याण डा. प्रताप राठी व अन्य ने विशेष सहयोग दिया। इस अवसर पर प्रोफेसर हुकमचंद, डा. जगदीप ¨सगला, डा. सरबजीत गिल, डा. अंजू धीमान, डा. राजेश कुंडू, डा. संजीव कुमार, डा. मनोज कुमार, डा. संदीप मलिक व अन्य शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।