सामाजिक सरोकारों को प्राथमिकता दें मीडिया : प्रो. सरोजिनी नांदल
जागरण संवाददाता, रोहतक : मीडिया समाज के प्रति अपने दायित्व को पारदर्शिता के साथ निभाएं। इसके
जागरण संवाददाता, रोहतक : मीडिया समाज के प्रति अपने दायित्व को पारदर्शिता के साथ निभाएं। इसके साथ अपनी कार्यशैली में सामाजिक सरोकारों को प्राथमिकता दें ताकि लोकतंत्र के चौथा स्तंभ होने की जिम्मेदारी को पूर्ण कर सके। यह बात मदवि के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर सरोजिनी नांदल ने विद्यार्थियों को बताई। शुक्रवार को जाट कॉलेज के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। विभागाध्यक्ष डा. जसमेर ¨सह हुड्डा व विभाग समन्वयक डा. मुनीष नांदल ने अध्यक्षता की। प्रो. सरोजिनी नांदल ने कहा कि आजादी से पहले पत्रकारिता का उद्देश्य लोगों को सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूक करने और आजादी का मतलब समझाने का था। आजादी के बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में बहुत परिवर्तन आए। उद्देश्य बदलने के साथ-साथ पत्रकारिता का क्षेत्र व्यावसायिक भी हो गया। समय के साथ मीडिया की नैतिकता बदलती जा रही है। इसके साथ ही व्यावसायिकता का प्रभाव ज्यादा बढ़ गया है। अब पत्रकारों पर अच्छी खबर की बजाय अच्छा बिजनेस देने का दबाव बढ़ता जा रहा है। व्यवसाय के लिए सामाजिक सरोकारों की उपेक्षा होने लगी है। डा. जसमेर ¨सह हुड्डा ने बताया कि प्रेस पर समाज व देश के उत्थान की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। पत्रकारों को अपने सामाजिक दायित्वों को समझते हुए कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक डा. अजय कुमार, डा. राजेश्वर, डा. प्रदीप ¨सह बल्हारा, मंजीत सांगवान, राजेश तक्षक सहित सभी विद्यार्थी मौजूद रहे।