ुबुधवार को नहीं पहुंच सकी कोरोना वैक्सीन, आज आने की संभावना
कोरोना से निर्णायक जंग के लिए स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन की तैयारी पूरी कर ली हैं। पहले चरण में हेल्थ वर्कर को वैक्सीन दी जानी है।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
कोरोना से निर्णायक जंग के लिए स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन की तैयारी पूरी कर ली हैं। पहले चरण में हेल्थ वर्कर को वैक्सीन दी जानी है। इसके लिए ड्राई रन में भी हो चुका है। कमियों में सुधार के बाद अब वैक्सीन का इंतजार स्वास्थ्य विभाग को है। बुधवार को कोरोना वैक्सीन के पहुंचे की उम्मीद थी, लेकिन देर शाम तक विभाग के पास यह नहीं पहुंच सकी। अब वीरवार को वैक्सीन पहुंचने की संभावना है।
सरकार की ओर से दो कोरोना वैक्सीन कैंडीडेट को हरी झंडी दी गई है। एक भारत बायोटेक, हैदराबाद और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) की ओर से विकसित की जा रही को-वैक्सीन और दूसरी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे की तैयार की गई कोविशील्ड। कौन सी वैक्सीन विभाग के पास पहुंचेगी व किस की डोज दी जाएगी, इसकी गाइडलाइन भी विभाग के पास आनी बाकी है। हालांकि, करीब 30 हजार ऑटो डिसेबल सीरिज पहले ही विभाग के पास पहुंच चुकी है। जिले में पांच सेंटर पर वैक्सीनेशन प्रक्रिया को किया जाएगा। 15 जनवरी को विभाग फाइनल रिहर्सल करेगा। इसके बाद 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है। रोजाना कम से कम 500 हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है।
स्टोरेज की पुख्ता व्यवस्था
स्वाथ्य विभाग के पास वैक्सीन की स्टोरज के पुख्ता इंतजाम है। वैक्सीन के लिए जिला टास्क फोर्स गठित की गई है। 41 सेंटर जिले में बनाए गए हैं। जिसमें 14 कोल्ड प्वाइंट हैं। सिविल सर्जन डा. अनिल बिड़ला ने बताया कि वैक्सीन को दो से आठ डिग्री सेल्सियस तक स्टोरज किया जा सकता है। इसके लिए पर्याप्त संसाधन स्वास्थ्य विभाग के पास हैं। सिविल सर्जन कार्यालय में मुख्य वैक्सीन स्टोर बनाया गया है। पांच आइस लाइन रेफ्रीजरेटर और तीन डीप फ्रीजर उपलब्ध है।