एमडीयू कुलपति और कार्यकारी परिषद ने विवि को लगाया करोड़ों का चूना : प्रदीप देशवाल
इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (इनसो) प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने कहा कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) में पहले सिर्फ कच्चे कर्मचारियों का वेतन रोका जाता था।
जागरण संवाददाता, रोहतक : इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (इनसो) प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने कहा कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) में पहले सिर्फ कच्चे कर्मचारियों का वेतन रोका जाता था। इस बार शिक्षकों व पक्के कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया। एमडीयू के पास वेतन देने के लिए रुपये नहीं है। विवि बुरे आर्थिक हालात से गुजर रहा है। प्रदेशाध्यक्ष ने कुलपति व कार्यकारी परिषद के सदस्यों पर करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि विवि में आर्थिक संकट के लिए घोटाले व उच्च पदों पर आसीन भ्रष्ट एवं अयोग्य अधिकारी हैं। कुछ बड़े अधिकारियों ने दो करोड़ 51 लाख का घोटाला किया है। भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगाई गई तो विवि की जमीन तक गिरवी रखनी पड़ सकती है। कच्चे कर्मचारियों को व कॉन्ट्रेक्ट पर लगे 60 से ज्यादा शिक्षकों को चार माह से वेतन तक नहीं मिला है। एक तरफ विवि आर्थिक संकट से गुजर रहा है वहीं दूसरी तरफ कुलपति निवास पर पुनर्निर्माण कराया जा रहा है। कुलपति की कोठी पर लाखों का रुपये खर्च किया जा रहा है। इसके अलावा कुलपति अपने चहेतों को रिटायरमेंट के बाद भी महंगे वेतन पर दोबारा नियुक्ति दे रहे हैं। इनसो कार्यकर्ताओं ने कहा कि कच्चे व पक्के कर्मचारियों का वेतन जल्द से जल्द न देने पर कुलपति कार्यालय पर ताला जड़कर प्रदर्शन करेंगे।