एआइपीएमटी पेपर लीक मामले में पुलिस टीमों ने तीन राज्यों में डाला डेरा
रोहतक पुलिस की तीन टीमों ने एआइपीएमटी पेपर लीक मामले में तीन राज्यों में छापेमारी की। पुलिस टीमों ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब एवं दिल्ली में जांच की।
जागरण संवाददाता, रोहतक। ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट पेपर लीक केस के अन्य आरोपियों और गोरखधंधे में प्रयोग किए गए उपकरणों की बरामदगी के लिए पुलिस की तीन टीमों ने देश के तीन राज्यों में डेरा डाल दिया है। रूप दांगी को लेकर एक टीम ने हिमाचल प्रदेश के शिमला में छानबीन की। वहीं, मोबाइल से पेपर लीक करने वाले आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक अन्य टीम पंजाब में भटकती रही। तीसरी पुलिस टीम राजधानी दिल्ली में जमी रही।
3 मई, 2015 को एआइपीएमटी परीक्षा के दौरान पुलिस ने पेपर लीक का खुलासा करने के 11 माह बाद 31 मार्च 2016 को केस के सरगना रूप दांगी को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आठ दिन रिमांड पर लेकर दांगी की निशानदेही पर एमडीएन पब्लिक स्कूल के शिक्षक सतीश और रविंद्र की गिरफ्तारी की।
इसके अलावा भी कई अन्य आरोपियों के नाम पुलिस के सामने आए हैं। वहीं, केस में प्रयोग किए गए मोबाइल व लैपटाप आदि की बरामदगी भी पुलिस नहीं कर पाई । इसके चलते पुलिस ने शनिवार को एक बार फिर रूप दांगी को अदालत में पेश कर छह दिन के रिमांड पर लिया है।
पुलिस दांगी को लेकर शिमला रवाना हो गई है। यहां से पुलिस को गोरखधंधे में प्रयुक्त एक प्रिंटर व अन्य सामान बरामद करना है। दांगी ने शिमला में लंबे समय तक रहकर फरारी काटी थी। इसके चलते पुलिस यहां गहरी पड़ताल कर रही है और देर रात तक यहीं जमी हुई थी।
पटियाला में मिली मोनू की लोकेशन
पुलिस की एक टीम मोबाइल से पेपर दांगी तक पहुंचाने वाले आरोपी गोच्छी निवासी मोनू की गिरफ्तारी के लिए पंजाब पहुंची है। पुलिस को उसकी लोकेशन पंजाब के पटियाला में मिली है। इसके चलते पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।
सूत्रों का कहना है कि टीम ने उसकी घेराबंदी शुरू कर दी है और जल्द उसकी गिरफ्तारी हो सकती है। इसके अलावा एक अन्य टीम दिल्ली पहुंची है। यहां से टीम पटना के लिए भी रवाना हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक पटना से पुलिस को एक लाभार्थी मेडिकल स्टूडेंट की गिरफ्तारी करनी है।