प्लाट के विवाद को लेकर हुई थी प्रमोद उर्फ पवन की हत्या
- सात मई को खेड़ी सांपला में गोली मारकर उतारा था मौत के घाट - हत्या के लिए हथियार उपलब्ध कराना वाला आरोपित गिरफ्तार - आने वाले दिनों में प्रमोद के भाई समेत तीन लोगों की करनी थी हत्या जागरण संवाददाता रोहतक खेड़ी सांपला में करीब दो माह पहले हुए प्रमोद हत्याकांड का सीआइए-2 की टीम ने खुलासा कर दिया। प्लाट के विवाद को लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। पुलिस ने सोनीपत जेल से एक आरोपित को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया है। आरोपित से पूछताछ के बाद खुलासा हुआ है कि आने वाले दिना में उन्हें प्रमोद के भाई समेत तीन लोगों की भी हत्या करनी थी। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : खेड़ी सांपला में करीब दो माह पहले हुए प्रमोद हत्याकांड का सीआइए-2 की टीम ने खुलासा कर दिया है। प्लाट के विवाद को लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। पुलिस ने सोनीपत जेल से एक आरोपित को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया है। आरोपित से पूछताछ के बाद खुलासा हुआ है कि आने वाले दिनों में उन्हें प्रमोद के भाई समेत तीन लोगों की भी हत्या करनी थी। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
सीआइए-2 प्रभारी आजाद सिंह ने बताया कि सात मई को सांपला वाटर सप्लाई में डीसी रेट पर नौकरी करने वाले खेड़ी सांपला निवासी प्रमोद उर्फ पवन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के भाई विनोद की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। एसपी ने मामले की जांच सीआइए-2 को सौंप दी थी। जांच में सामने आया कि प्रमोद का परिवार खेड़ी सांपला में रिहायशी मकान में रहता है, जिसे लेकर उनके साथ गिदोडी और काली उर्फ पूनम का विवाद चल रहा है। यह मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है। इसके चलते करीब तीन माह पहले गिदोडी पक्ष के लोगों ने प्रमोद के घर आकर उसे प्लाट छोड़ने की चेतावनी दी थी। जांच पड़ताल के बाद उप निरीक्षक जयबीर सिंह की टीम ने गिदोडी, अजय, नवीन उर्फ गुल्लू और विशाल निवासी अटायल को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब वारदात में शामिल रहे आरोपित पाकस्मा गांव निवासी नितेश को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया गया। आरोपित नितेश को एसटीएफ ने दूसरे मामले में गिरफ्तार कर रखा था, जो फिलहाल सोनीपत जेल में बंद था। आरोपित पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और डकैती के करीब 17 मामले दर्ज है। हत्याकांड के लिए आरोपित नवीन ने ही प्रमोद को हथियार उपलब्ध कराए थे और वह मौके पर मौजूद भी था। इन्हें उतारना था मौत के घाट
आरोपितों की योजना थी कि आने वाले कुछ ही दिनों में अटायल गांव निवासी अनुज, पौना निवासी नूणा माजरा और मृतक पवन के भाई विनोद की भी हत्या करनी थी। अनुज अटायल की विशाल के साथ पुरानी रंजिश चल रही थी। विशाल की सगी बहन गांव नूणा माजरा में शादीशुदा है, जिसके पति की मौत हो चुकी है। पौना उसकी बहन का देवर है, जो उसे परेशान करता है और उसके हिस्से की जमीन पर कब्जाए हुए हैं। पुलिस की सतर्कता से तीन हत्याकांड होने से बच गए। पुलिस ने आरोपित को पांच दिन के रिमांड पर लिया है।