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पर्यावरण के संरक्षण के लिए खिलाड़ियों ने ली शपथ और शुरू किया पौधारोपण

पौधे लगाना अति उत्तम कार्य है लेकिन बिना देखभाल के हजारों सैकड़ों पौधे खत्म हो जाते हैं। युवाओं ने अब फिर पौधे लगाने का बीड़ा उठाया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 09:20 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 09:20 AM (IST)
पर्यावरण के संरक्षण के लिए खिलाड़ियों ने ली शपथ और शुरू किया पौधारोपण
पर्यावरण के संरक्षण के लिए खिलाड़ियों ने ली शपथ और शुरू किया पौधारोपण

अनीता सिंहमार, महम

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हर वर्ष पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। पौधारोपण करने के बाद उन्हें सूखते हुए देखा है। पौधे लगाना अति उत्तम कार्य है लेकिन बिना देखभाल के हजारों, सैकड़ों पौधे खत्म हो जाते हैं। इसी बात से दुखी होकर कस्बे के कुछ युवा खिलाड़ियों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए वर्ष 2019 में पौधे लगाने और उन्हें बचाने की शपथ लेकर पौधारोपण शुरू किया था। युवा घर से मिलने वाली जेब खर्ची से कुछ पैसे बचाकर पौधे खरीद रहे हैं और उनको जगह-जगह लगाते हैं। उनका टारगेट 511 पौधे लगाना व उनकी देखभाल करने का है शनिवार तक वे 350 पौधे लगा चुके हैं। इन युवाओं ने कस्बे की गौशाला, धार्मिक स्थानों, विद्यालयों, शमशान घाट व तालाब परिसरों में पौधे लगाने की मुहिम चलाई हुई है। कस्बे की महम-जुलाना रोड स्थित श्री कृष्ण गौशाला में कुश्ती के लिए बनाए गए अखाड़े में अभ्यास करने वाले युवाओं ने एक मिसाल पेश करते हुए पर्यावरण को बचाने का बीड़ा उठाया है। अखाड़े की शुरूआत पहलवान बबली शर्मा ने की थी। अब इस कार्य को पहलवान बिट्टू टांक व अमीन खान कर रहे हैं। अखाड़े में अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों ने लगाए जा रहे पौधों की देखभाल करने के लिए संकल्प लेते हुए कहा कि इन पौधों की हर हाल में रक्षा की जाएगी। अभ्यास करने वाले समीर खान, साहिल टांक, सुमित यादव, सन्नी टांक, सतबीर सैनी, सुनील पांचाल व रवि सैनी ने कहा कि वे पौधों की रखवाली में कोई भी कोताही नहीं बरतेंगे।

111 पौधे लगाकर की थी शुरुआत :

पहलवान बिट्टू व अमीन ने बताया कि पौधारोपण की शुरूआत 2019 में की थी। उस समय 111 पौधे रोपित किए थे। जिनमें से 60 पौधे सुचारू रूप से चल रहे हैं। बाकि पौधे पानी खड़ा होने के कारण नष्ट हो गए थे। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य 511 पौधे लगाकर उनकी रखवाली कर उन्हें तैयार करना है । इसके लिए अखाड़े की पूरी टीम हर रविवार को अभ्यास न करके पौधों में पानी देती है उनकी देखभाल का ही कार्य करती है।

अखाड़े में अभ्यास करवा रहे बिट्टू व अमीन ने बताया कि बच्चों को जो पैसे अपनी जेब खर्ची के लिए घरों से मिलते हैं। उन पैसों में से कुछ पैसे पौधे लाने के लिए खर्च करते हैं। उन्होंने बताया कि नर्सरी से पौधे 15 से लेकर 50 रुपये तक में मिलते हैं। बाउंड्री वाली जगहों पर फलों के जबकि खुले स्थानों पर नीम, बड, पीपल, अर्जुन, आदि के पौधे लगाए जा रहे हैं।

विभिन्न स्थानों पर लगाए जा रहे पौधे :

पहलवानों का कहना है बहुत से व्यक्ति शमशान घाटों में पौधारोपण नहीं करते हैं। लेकिन वे कस्बे के लगभग 12 शमशान घाटों में छायादार पौधे लगाने की मुहिम चलाए हुए हैं। जिनमें से छह शमशान परिसरों में वे त्रिवेणी लगा चुके हैं। इनके अलावा उन्होंने अब तक पोलिटेक्निक कालेज, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय महम, गौशाला, शिव मंदिर, नंदीशाला, बधारी पीर, सलामुद्दीन पीर व भूरेखां पीर की मजारों पर फलों के पौधे लगाएं हैं।


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