दो माह पहले 45 लाख से बिछाई टाइल्स, उखाड़कर अब बन रही 49 लाख की लागत से सड़क
जागरण संवाददाता, रोहतक : वार्ड-10 के तिलक नगर की सड़क के निर्माण का मामला विवादों में अ
जागरण संवाददाता, रोहतक : वार्ड-10 के तिलक नगर की सड़क के निर्माण का मामला विवादों में आ गया है। पहले सड़क निर्माण के लिए विवाद हुआ। महज दो माह पहले नगर निगम प्रशासन की ओर से 45 लाख रुपये की लागत से टाइल्स बिछाने का कार्य हुआ था। अब उसी स्थान पर नए सिरे से सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ है। इस निर्माण पर निगम प्रशासन 49 लाख रुपये खर्च करेगा। निर्माण कार्य शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए हैं और फिजूलखर्ची होने का दावा किया है। स्थानीय लोगों ने यह भी विरोध जताया है कि एक तरफ सड़क का निर्माण हो चुका है, उसका लेवल भी ठीक नहीं है। विरोध जताते हुए पूरे प्रकरण में स्थानीय लोगों ने कोर्ट जाने का फैसला लिया है।
यहां बता दें कि पॉवर हाउस चौक से तिकोना पार्क होते हुए बू¨स्टग स्टेशन तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। अभी दोनों तरफ 20-20 फीट चौड़ी सड़क का निर्माण हो रहा है, जबकि बीच में तीन फीट चौड़ा डिवाइडर बनाया जा रहा है। एक तरफ सड़क बन चुकी है, दूसरी तरफ निर्माण कार्य कराने के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं। डिवाइडर लग चुके हैं। सड़क निर्माण को लेकर स्थानीय निवासी एडवोकेट र¨वद्र हुड्डा, भगत ¨सह, सुरेश राणा आदि ने सवाल उठाते हुए कोर्ट जाने की बात कही है। इनका दावा है कि सड़क चौड़ीकरण का काम ही कराना था तो पहले टाइल्स नहीं बिछवानी थी। दूसरी ओर, नगर निगम के सूत्र कहते हैं कि दो माह पहले नहीं दस माह पहले सड़क के दोनों तरफ टाइल्स बिछाई गई थीं, लेकिन स्थानीय पूर्व पार्षद कहते हैं कि दो माह पहले ही टाइल्स बिछाने का कार्य हुआ था। 50 ट्रॉली टाइल्स उखाड़ी, पहरावर गोशाला में भेजी
निर्माण कार्य से जुड़े ठेकेदार सुनील हुड्डा शनिवार को मौके पर मिले। इन्होंने दावा किया है अभी तक करीब 50 ट्रॉली टाइल्स उखाड़ी जा चुकी हैं। वह सभी पहरावर स्थित नगर निगम की गोशाला में भेजी जा चुकी हैं। स्थानीय निवासी भगत ¨सह कहते हैं कि टाइल्स उखाड़ने, ढोने लगाने आदि पर भी रुपये खर्च हुए होंगे। ठेकेदार ने कहा, अवैध कब्जे हटाने पर हो रहा विरोध
ठेकेदार देवेंद्र राठी व सुनील हुड्डा का दावा है कि करीब चार माह पहले ही हमें निर्माण कार्य कराने का काम मिला था। मई माह तक काम पूरा होना था। लेकिन 90 फीट चौड़ी सड़क पर 40 फीट तक अवैध कब्जे थे। ठेकेदार का कहना है कि अवैध कब्जे हटाने में देरी हुई, विरोध भी इसलिए हो रहा है कि कब्जे हटाए हैं। वन विकास निगम का दावा, अभी तक 22 हरे पेड़ काटे
वन विकास निगम के जीएम राजकुमार जांगड़ा कहते हैं कि नगर निगम प्रशासन ने पेड़ काटने का काम सौंपा है। कुल 59 पेड़ काटने के लिए चिह्नित किए गए थे। एक पीपल के पेड़ के साथ ही एलोस्टोनिया, गुलमोहर, जंगल जलेबी आदि के 22 पेड़ काटे जा चुके हैं। आगे पेड़ कटेंगे कि नहीं यह फैसला नगर निगम करेगा। शनिवार को पेड़ काटने पर हुआ विरोध, दूसरी तरफ नहीं काटे पेड़
शनिवार को भी तिलक नगर में पेड़ काटने के लिए वन विकास निगम की टीम मौके पर पहुंची। भारी विरोध के बाद छह ताड़ के पेड़ काटे गए। लोगों ने विरोध जताया कि हरे पेड़ के साथ ही फुटपाथ से दूर पेड़ क्यों काटे जा रहे हैं। वहीं, जिस तरफ सड़क बन गई है, वहां पेड़ काटने का विरोध शुरू हो गया। इसलिए पेड़ नहीं काटे। ---------------------
यदि सड़क को चौड़ा करने का काम ही करना था तो संबंधित स्थान पर पहले टाइल्स क्यों बिछाई गईं। यह तो सीधे तौर से फिजूलखर्ची है। जो हरे पेड़ सड़क से दूर हैं, उन्हें भी काटना भी बेहद ¨चताजनक है। कोर्ट जाएंगे और उम्मीद है कि न्याय मिलेगा।
संतोष, स्थानीय निवासी
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सड़क पर यदि पहले कब्जे हो रहे थे तो क्या अधिकारियों को नहीं दिख रहा था। अधिकारियों ने मौके पर आकर क्या कभी कार्रवाई की। सिर्फ पेड़ काट दिए और विकास के नाम पर हरे पेड़ काट दिए।
दिलबाग ¨सह, स्थानीय दुकानदार
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सड़क के चौड़ीकरण की जरूरत थी। लोगों की भी डिमांड थी। लेकिन कुछ माह पहले ही टाइल्स बिछवाई हैं, अब उन्हें उखाड़कर नई सड़क बन रही है। इस प्रकरण में जांच होनी चाहिए।
सुरेश राणा, स्थानीय निवासी
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कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसे प्रोजेक्ट तैयार हो रहे हैं, पहले सड़क बनवाओ और बाद में नई कुछ दिनों बाद ही नई सड़क बनवाओ। निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। हमें तो ऐसा लगता है कि कुछ दिनों के अंदर ही सड़क उखड़ जाएगी।
सुखबीर ¨सह, स्थानीय निवासी ---------------------------------
संबंधित स्थान पर दो माह पहले ही सड़क के दोनों तरफ टाइल्स बिछाने का कार्य हुआ था। यहां कुछ माह पहले एक कार्यक्रम हुआ था। उसमें लोगों ने सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर से सड़क को चौड़ा करने की मांग की थी। यही कारण था कि नगर निगम ने यहां काम शुरू कराया।
अशोक खुराना, पूर्व पार्षद, वार्ड-10
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सड़क निर्माण में कोई खामी नहीं है। सही तारकोल डाला जा रहा है, गुणवत्तापूर्ण निर्माण हो रहा है। लोगों के आरोप पूरी तरह से गलत हैं। अधिकारियों की मौजूदगी में कार्य हो रहा है। हरे पेड़ काटने का काम नगर निगम प्रशासन की तरफ से कराया जा रहा है।
---ठेकेदार, देवेंद्र राठी
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मकान नंबर-126 से 123 तक सड़क का लेवल नीचा है, जबकि इससे आगे करीब नौ इंच तक सड़क ऊंची कर दी गई है। इससे बरसात क दिनों में स्थानीय लोगों को भविष्य में भारी परेशानी होगी। हम इस प्रकरण में कोर्ट जाएंगे।
एडवोकेट र¨वद्र हुड्डा, स्थानीय निवासी