पूंजीपितयों को मांफी व किसान को कर्ज, सरकार की ये दोगली नीति क्यों : बल्लू बोहर
किसान मजदूर वर्ग के प्रति केंद्र व प्रदेश सरकार के उदासीन रवैये को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन की ओर से बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार उर्फ बल्लू प्रधान बोहर ने की। बैठक में सभी जिला व हल्का अध्यक्ष मौजूद रहे। बैठक को संबोधित करते हुए बल्लू प्रधान ने कहा केंद्र सरकार एक ओर पूंजीपतियों का करोड़ों रुपऐ माफ कर रही है। वहीं देश के अन्नदाता किसान को उसकी मेहनत का मूल्य भी नहीं दे पा रही है। किसानों को आपदाओं से जूझते समय जब राहत देने की बात आती है तो सरकार उसे आर्थिक मदद देने की बजाए कर्ज का रास्ता दिखाती है।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
किसान मजदूर वर्ग के प्रति केंद्र व प्रदेश सरकार के उदासीन रवैये को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन की ओर से बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार उर्फ बल्लू प्रधान बोहर ने की। बैठक में सभी जिला व हल्का अध्यक्ष मौजूद रहे। बैठक को संबोधित करते हुए बल्लू प्रधान ने कहा केंद्र सरकार एक ओर पूंजीपतियों का करोड़ों रुपऐ माफ कर रही है। वहीं देश के अन्नदाता किसान को उसकी मेहनत का मूल्य भी नहीं दे पा रही है। किसानों को आपदाओं से जूझते समय जब राहत देने की बात आती है तो सरकार उसे आर्थिक मदद देने की बजाए कर्ज का रास्ता दिखाती है। कुदरत व सरकार की दोगुनी मार से किसान की कमर टूट रही है। उन्होंने कहा कोरोना वायरस के दौर में भी सरकार ने किसानों की फसल खरीद व पेमेंट में घोर अनियमितताएं बरती हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा सरकार शीघ्र किसान हित में न्यायसंगत फैसले लेकर राहत प्रदान करें। वहीं किसानों के ऊपर लगाए कानून को सरल बनाएं। फसल खरीद व पेंमेंट की व्यवस्था सरल करें। उन्होंने बताया ऐसा न करने पर भारतीय किसान यूनियन आंदोलन की रणनीति बनाएगी। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष बिजेंद्र हुड्डा, रोहतक हल्का अध्यक्ष राजबीर सिवाच, बिजेंद्र फौगाट, विनोद ढिलू, सुखबीर किलोई, रघुबीर किलोई, सतीश फौजी, राजबीर कादियान, अजीत सिंह, सुभाष चंद्र किलोई, ईश्वर सिंह आदि मौजूद रहे।