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सार्वजनिक स्थान पर बांटनी होगी पेंशन, बाढ़ से निपटने के लिए बनेंगे पंप हाउस

जागरण संवाददाता, रोहतक : ग्रामीण क्षेत्रों में पेंशन की टेंशन से छुटकारा दिलाने के लिए जि

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 07:38 PM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 07:38 PM (IST)
सार्वजनिक स्थान पर बांटनी होगी पेंशन, बाढ़ से निपटने के लिए बनेंगे पंप हाउस
सार्वजनिक स्थान पर बांटनी होगी पेंशन, बाढ़ से निपटने के लिए बनेंगे पंप हाउस

जागरण संवाददाता, रोहतक : ग्रामीण क्षेत्रों में पेंशन की टेंशन से छुटकारा दिलाने के लिए जिला परिषद की अहम बैठक हुई। पेंशन न मिलने से लेकर बुजुर्गों और दिव्यांगों को होने वाली परेशानियों का भी बैठक में जिक्र हुआ। जिला पार्षदों के अलावा चेयरमैन तक कुछ पंचायतों के पेंशनरों ने शिकायत की थीं। इसलिए आदेश दिए हैं कि पेंशन ऐसे स्थानों पर बांटी जाएं, जहां बुजुर्गों-दिव्यांगों, चलने-फिरने में असमर्थ अन्य किसी भी व्यक्ति को परेशानी न हो। वहीं, बाढ़ से निपटने के लिए भी स्थायी इंतजाम होंगे। जिला परिषद के चेयरमैन बलराज कुंडू ने कड़ी नाराजगी जताई कि जब बाढ़ आती है, उससे पहले तक अधिकारी ठोस तैयारी नहीं करते हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान होता है। बैठक में फैसला लिया गया है कि बाढ़ के पानी की निकासी के लिए तीन-चार स्थानों पर पंप हाउस बनेंगे या फिर उनकी क्षमता बढ़ाई जाएगी। महम ड्रेन पर पंप हाउस की क्षमता 20 से 45 क्यूसेक होगी

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भराण के रहने वाले रिटायर एक्सईएन हवा ¨सह ने शिकायत की है कि अभी भराण में बाढ़ के पानी की निकासी के लिए बना चैनल छोटा है। दो-ढाई एकड़ जमीन और मिले और चैनल का विस्तार होना चाहिए। जिससे अजायब गांव से गिरावड़ तक चैनल से जल निकासी हो सके। चेयरमैन ने राहत दिलाने का आश्वासन दिया।

वहीं, बैठक में बताया गया है कि महम ड्रेन पर पंप हाउस की क्षमता 20 से बढ़ाकर 45 क्यूसेक होगी। इसके लिए सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। भराण, महम ड्रेन के आंवल के निकट भी पंप हाउस बनेंगे। वहीं, अजायब, मोखरा, बहू अकबरपुर, ¨नदाना, भराण, बलंभ आदि क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित बताए गए। पहली-दूसरी मंजिल पर बांटी जा रही पेंशन, बुजुर्ग-दिव्यांग परेशान

बैठक के दौरान ¨नदाना, भरान, खरग जाटान, फरमाना, भालौठ, करौंधा, मुंगान आदि पंचायतों के अलावा दूसरे तमाम बुजुर्गों और दिव्यांगों ने शिकायतें दी हैं। बुजुर्गों और दिव्यांगों ने कड़ी आपत्ति जताई। शिकायतें थीं कि बैंक की शाखाएं, डाकघर आदि कई स्थानों पर पेंशन बांटने का कार्य पहली-दूसरी मंजिल पर होता है। बुजुर्ग, दिव्यांगों को परेशानी हो रही है। चेयरमैन ने आदेश दिए हैं कि अब पेंशन ऐसे स्थान पर बांटी जाएं, जिस स्थान पर पहुंचने में बुजुर्गों-दिव्यांगों को कोई परेशानी न हो। सात फरवरी को ¨सचाई, बिजली और कृषि विभाग के साथ बैठक

जिला परिषद के चेयरमैन कुंडू का कहना है कि सात फरवरी को ¨सचाई विभाग, बिजली निगम और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक होगी। मंगलवार को हुई बैठक में ¨सचाई विभाग को दिए आदेशों की समीक्षा होगी। इसलिए सात फरवरी को होने वाली बैठक में ¨सचाई विभाग के अधिकारियों से मौजूद रहने के आदेश दिए हैं। संबंधित बैठक सुबह 10.30 बजे, दोपहर 12 बजे और दोपहर 2.30 बजे बैठक होगी। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं। चेयरमैन बोले, अधिकारी ही बैठक में आएं, सहायकों को बैठक में नहीं बैठने दूंगा

जिला परिषद की बैठक से कुछ अधिकारियों के गैर हाजिर रहने पर चेयरमैन ने कड़ी नाराजगी जताई है। चेयरमैन ने दो टूक कहा है कि विभागों के जिन अधिकारियों को बुलाया जाएगा, वही बैठक में पहुंचे। यदि सहायक भेजे गए तो उन्हें बैठक के दौरान बैठने नहीं दूंगा। पिछली बैठकों से दूर रहे अधिकारियों को भी फटकार लगाई। छह माह में बजट नहीं खर्च करने वाली पंचायतों का पैसा होगा ट्रांसफर

बैठक के दौरान चेयरमैन बलराज कुंडू ने मदीना, भराण के अलावा कुछ अन्य पंचायतों को दिए गए बजट की जानकारी दी। यह भी कहा है कि जिन पंचायतों को छह माह पहले बजट दिया था, लेकिन अभी तक विकास कार्य नहीं हुए। ऐसी पंचायतों को दिया बजट वापस लिया जाएगा। दूसरी पंचायतों को यह बजट जारी होगा। लाखन माजरा के नोहर रजवाहे पर मोरी बनवाने की मांग

लाखनमाजरा के विनोद ने ¨सचाई विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई कि लाखनमाजरा से नोहर रजवाहे पर किसी ऊंचे और उचित स्थान पर मोरी का निर्माण कराया जाए। अभी जो मोरी बनी हुई है, उसकी ऊंचाई बेहद कम है। इससे किसानों को खेतों तक ¨सचाई का पानी पहुंचाने में परेशानी होती है। तालाबों से निकाला जाएगा गंदा पानी, अधिकारियों को दिए आदेश

कुछ पंचायतों के तालाबों की स्थिति बेहद खराब होने की शिकायतें सामने आईं। चेयरमैन ने कहा, पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से वार्ता करके गंदे पानी से भरे हुए तालाबों को खाली कराया जाएगा। जिससे मरम्मत व दूसरे कार्य हो सकें। गंदे पानी को निकालकर ¨सचाई विभाग से मदद लेकर तालाब भरे जाएंगे।


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