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महम शुगरमिल में बना आर्गेनिक गुड़, आमजन सीधे खरीद सकते हैं

महम शुगरमिल ने गुड़ की बढ़ती डिमांड व भाव को देखते हुए गुड़ बनाना शुरू कर दिया है। प्रबंधन की ओर से मिल के बाहर पेट्रोल पंप के पास काउंटर खोल दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 08:18 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 08:18 AM (IST)
महम शुगरमिल में बना आर्गेनिक गुड़, आमजन सीधे खरीद सकते हैं
महम शुगरमिल में बना आर्गेनिक गुड़, आमजन सीधे खरीद सकते हैं

अनिता सिंहमार, महम :

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महम शुगरमिल ने गुड़ की बढ़ती डिमांड व भाव को देखते हुए गुड़ बनाना शुरू कर दिया है। प्रबंधन की ओर से मिल के बाहर पेट्रोल पंप के पास काउंटर खोल दिया है। दावा किया जा रहा है कि यह गुड़ पूरी तरह से केमिकल फ्री है। मिल के फैक्टरी एरिया में जहां पर चीनी तैयार होती है, उसके पास ही गुड़ -शक्कर बनाने के लिए महम चीनी मिल में जैग्गरी यूनिट तैयार की गई है। जिसकी क्षमता दो टन उत्पादन प्रतिदिन की है। महम चीनी मिल के चीफ केमिस्ट संजीव यादव ने बताया कि गुड़ व शक्कर बेचने के लिए महम चीनी मिल के बाहर पेट्रोल पंप के साथ रिटेल शाप बनाई गई है। शॉप पर गुड़, शक्कर व चीनी बेची जा रही है। गुड़ की कीमत 70 रुपये प्रति किलोग्राम है। हाल ही में इसकी बिक्री शुरू की गई है। प्रतिदिन डेढ़ से दो क्विंटल गुड़ बिक रहा है। फिलहाल जितना गुड़ बनाया जा रहा है वह सारा ही बिक रहा है। गुड़ ग्राहकों को क्यूब फोर्म (छोटे टुकड़ों) में मिल रहा है ताकि लोगों को खाते समय गुड़ तोड़ने में परेशानी न हो। क्यूब वाले गुड़ के पैकेट का वजन एक किलोग्राम है। लोगों की मांग को देखते हुए सरकार व मिल प्रबंधन ने महम चीनी मिल में गुड़ व शक्कर बनाने की यह नई शुरुआत की है। भिवानी, हिसार, जींद व रोहतक जिलों के ग्राहकों की मांग को ध्यान में रखते हुए महम चीनी मिल में जैग्गरी यूनिट लगाई गई है। इन जिलों के किसान महम शुगर मिल के शेयर होल्डर भी हैं। लोगों में शुगरमिल के गुड़ को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। सभी कुछ रहेगा देसी व आर्गेनिक :

गांवों में चलने वाले गन्ना क्रेशरों की भांति मिल में भी सब कुछ देसी व आर्गेनिक है। इसको वे बुजुर्ग आसानी से पहचान रहे हैं जिसने कोल्हू में बना गुड़ खाया है यह गुड़ भी आर्गेनिक है। उसमें किसी तरह कैमिकल की मिलावट नहीं है। इस युनिट में उस तरह गुड़ शक्कर तैयार किया जा रहा है। जिस तरह खेत में लगाए जाने वाले कोल्हूओं में गुड़ शक्कर तैयार होते हैं। कढ़ाई के नीचे पारंपरिक तरीके से ही आग जलाई जाती है। पहले जहां सूखी खोई (बगास)इसमें प्रयोग की जाती थी। अब यहां आग जलाने के लिए ईंधन के गुटके मंगवाए गए हैं। मिल में जितना भी गुड़ तैयार किया जाता है लगभग सारा गुड पेट्रोल पंप पर बनाए गए बूथ पर बिक जाता है। इसलिए अभी गुड़ को बूथ पर ही बेचा जाएगा। जब अधिक मात्रा में गुड़ तैयार होगा तो उसके बाद ही दूसरे शहरों में भी भेजने पर विचार किया जाएगा।

- जगदीप सिंह, एमडी शुगर मिल, महम ।


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